साउथ फिल्म इंडस्ट्री के फेमस प्रोड्यूसर रविंद्र चंद्रसेकरन (Ravindar Chandrasekaran) ने गुरुवार को साउथ एक्ट्रेस और वीजे महालक्ष्मी (Mahalaxmi) से शादी कर ली है. रविंद्र चंद्रसेकरन और महालक्ष्मी दोनों की यह दूसरी शादी है. शादी में परिवार के लोग और कुछ फ्रेंड्स उपस्थित रहे. दोनों के फैंस उन्हें काफी बधाई दे रहे हैं. महालक्ष्मी ने ऑफिशियल इंस्टाग्राम हैंडल से फोटो शेयर करते हुए लिखा "मैं बहुत सौभाग्यशाली हूं जो आप मेरी जिंदगी का हिस्सा बने. आपके प्यार ने मेरे जीवन में अलग रंग भर दिया है. मेरी तरफ से आपको खूब सारा प्यार और नई शुरुआत के लिए शुभकामनाएं."
रविंद्र चंद्रसेकरन और महालक्ष्मी की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. फोटो पर कुछ लोग पॉजिटिव तो कुछ नेगेटव कॉमेंट कर रहे हैं. कुछ लोग रविंद्र चंद्रसेकरन के मोटापे को लेकर उन्हें ट्रोल कर रहे हैं. हालांकि, यह कपल शादी से काफी खुश है और उनकी खुशी फोटो में देखी जा सकती है.
महालक्ष्मी ने शादी में जो ड्रेस पहनी थी, सोशल मीडिया पर उसकी भी काफी चर्चा हो रही है. महालक्ष्मी ने पारंपरिक वेडिंग ड्रेस पहनी थी. आइए जानते हैं कि महालक्ष्मी ने अपनी शादी में जो साड़ी पहनी, उसकी क्या खासियत है.
महालक्ष्मी की साड़ी की खासियत
तमिल शादी में दुल्हन और दूल्हे की ड्रेस काफी खास होती है. तमिल दुल्हन, भारतीय संस्कृति के मुताबिक लाल रंग की ही साड़ी पहनती हैं. तमिल ब्राह्मण दुल्हन को आमतौर पर 9 गज लंबी और गैर-ब्राह्मण तमिल दुल्हन को 6 गज लंबी कांजीवरम साड़ी पहनाई जाती है. साड़ी में चमकीले रंगों से कढ़ाई होती है. अगर फैमिली संपन्न होती है तो कई बार साड़ी पर सोने के धागे से भी कारीगरी होती है. दुल्हन के बालों में बन बनाया जाता है और उसे फूलों और सोने के गहनों से सजाया जाता है. महालक्ष्मी ने अपने बालों को लाल फूल और गजरे से सजाया हुआ था.
महालक्ष्मी ने भी अपनी शादी के लिए लाल रंग की खास कांजीवरम साड़ी पहनी थी. कांजीवरम साड़ी के साथ महालक्ष्मी ने हरे रंग का ब्लाउज पहना हुआ था, जिस पर गोल्डर जरी की कारीगरी थी. इसके साथ ही उन्होंने हरे रंग की चूड़ी भी पहनी हुई थी और उनके दोनों ओर सोने के कड़े पहने हुए थे.
दुल्हन को पहनाए जाते हैं खास गहने
तमिल दुल्हन को सजाने के लिए सोने के गहने पहनाए जाते हैं. कई बार दुल्हन को वह गहने भी दिए जाते हैं जो एक पीढ़ी (मां) से दूसरी पीढ़ी (दुल्हन) को दिए जाते हैं. महालक्ष्मी ने भी शादी में काफी गहने पहने हुए थे.
तमिल दुल्हन को जो खास गहने पहनाए जाते हैं वो हैं, मेट्टी (पैर की अंगुली की अंगूठी), कोलुसु (एंकलेट), ओडियानम (हिपबेल्ट), वंकी (आर्मलेट), मंगा मलाई (आम के आकार का हार), नाक की अंगूठी या नाक का स्टड, झुमके, थलाइसमान (माथे पर), जदनगम (सजाने वाली चोटी). महालक्ष्मी ने भी तमिल दुल्हन की तरह गहने पहने हुए थे, जिसमें वह काफी खूबसूरत लग रही थीं.
मेट्टी या पैर की अंगुली की अंगूठी चांदी से बनी एक अंगूठी होती है, जिसमें दो या तीन लाइनें होती हैं और इसे पैर की अंगुली से दूसरी और तीसरी उंगली में पहना जाता है. कोलुसु या चांदी से बनी पायल टखने के चारों ओर पहनी जाती है. करधोनी या हिपबेल्ट चांदी या सोने से बना होता है जिसे कमर के चारों ओर पहना जाता है. यह ना केवल दुल्हन की शोभा बढ़ाता है बल्कि अगर इसे नियमित रूप से पहना जाए तो पेट और हिप्स की चर्बी से बचने में मदद मिलती है.
मंगा मलाई, आम के आकार के सोने से बना हार है जो दिखने में काफी अच्छा लगता है. नोज रिंग या नोज स्टड में स्टोन लगा होता है. कई बार उसमें 7-8 छोटे स्टोन लगे होते हैं. कुछ परिवारों में दुल्हन को हैवी नोज रिंग भी पहनाई जाती है. थलाइसमान तमिल संस्कृति का एक खास आभूषण है और इसे माथे और बालों के बीच पहना जाता है. इन सभी गहनों के साथ कांजीवरम सिल्क साड़ी एक तमिल दुल्हन के रूप को पूरा करती है.
ऐसी होती है तमिल दूल्हे की ड्रेस
तमिल दूल्हे की बात करें तो दूल्हे की ड्रेस सिंपल होती है. सफेद रंग की ड्रेस में दूल्हा काफी अट्रैक्टिव लगता है. अधिकतर दूल्हों को सिल्क के सफेद कुर्ता-धोती पहनाई जाती है. रविंद्र चंद्रसेकरन ने भी इसी तरह की पारंपरिक वेडिंग ड्रेस पहनी थी.