कहते हैं इंसान को सेहतमंद रहने के लिए तनाव मुक्त होना जरूरी है. तनाव को कम करने में हंसी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. ऐसे में यदि आप हंसने की आदत डाल लें तो कई तरह की मानसिक बीमारियों से निजात पा सकते हैं. हंसने-मुस्कुराने के लिए पढ़ें कुछ मजेदार जोक्स.
पत्नी - अजी तुम गोवा जा रहे हो तो मुझे अपने साथ क्यों नहीं ले जाते?
पति- अरे पगली, कोई होटल जाता है तो टिफिन साथ ले जाता है क्या.
एक औरत अपनी कुछ परेशानियों को लेकर एक बाबा के डेरे में पहुंची.
बाबा ने सारी परेशानियों को बड़े गौर से सुना.
फिर बोले बेटी... इसका हल निकल जाएगा, सब ठीक हो जाएगा.
लेकिन इसके लिए कुछ खर्च आएगा.
औरत ने पूछा - कितना खर्च आएगा?
बाबा - तुमसे मैं ज्यादा तो नहीं ले सकता.
लेकिन पुराणों के अनुसार हमारे कुल 33 करोड़ देवी देवता हैं,
बस सबके नाम से एक-एक पैसा दान कर देना.
औरत ने मन ही मन कैलकुलेट किया तो बाबा के हिसाब से कुल खर्च 33 लाख रुपये आता था.
औरत भी चालाक थी.
उसने कहा ठीक है बाबाजी,
आप बारी-बारी से सबका नाम लीजिए,
मैं एक-एक पैसा रखते जाऊंगी.
बाबा डेरे में हो गए बेहोश!
पति- पत्नी कहीं जा रहे थे, तभी उन्हें रास्ते में गधा दिखा
पत्नी को मजाक करने की सूझी
पत्नी- आपके रिश्तेदार हैं, नमस्ते करो
पति भी दो कदम आगे...
बोला- ससुर साहब नमस्ते.
गर्लफ्रेंड- तुम कहां पैदा हुए थे?
बॉयफ्रेंड- तिरुवनंतपुरम...
गर्लफ्रेंड- इसकी स्पेलिंग क्या है ?
बॉयफ्रेंड- थोड़ी देर सोचने के बाद, शायद गोवा में पैदा हुआ था...
पति- तुमने तो कहा था डिनर में दो ऑप्शन हैं...पर यहां तो एक ही सब्जी है
पत्नी- ऑप्शन तो अभी भी दो हैं... खाओ या न खाओ...
महिला - बाबा, मेरे और मेरे पति के बीच प्रेम कम हो गया है.
कोई उपाय बताओ.
बाबा - बेटा, शनिवार को फेसबुक और रविवार को व्हाटसएप का उपवास रखो,
पहले जैसा प्रेम आ जाएगा.
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य कतई नहीं है.)