अपने चाहने वालों को रोते बिलखते छोड़ गए नवाब मंसूर अली खां पटौदी. 70 साल के टाइगर को आज पटौदी गांव में उनके ही महल में दी गई आखिरी सलामी. नवाब पटौदी की अंतिम ख्वाहिश थी कि उन्हें उनके माता पिता के बगल में दफनाया जाए. यही वजह थी कि अब से करीब डेढ़ घंटे पहले उन्हें पूरे सम्मान के साथ उनके गांव के अलावा जानी मानी हस्तियों ने दी अंतिम विदाई.