उत्तराखंड के सितारगंज में हत्या के मामले में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपी मुश्ताक के मकान पर बुलडोजर चला दिया. यह मकान अनुसूचित जाति के व्यक्ति की जमीन पर कब्जा करके बनाया गया था. मुश्ताक पर आरोप है कि उसने अपनी लिव-इन पार्टनर पूजा मंडल की बेरहमी से हत्या कर सिर धड़ से अलग कर दिया और नहर में फेंक दिया था.
एजेंसी के अनुसार, बुधवार को खटीमा की नदन्ना नहर से एक महिला की सिरकटी लाश मिली थी. मृतका की पहचान पूजा मंडल के रूप में हुई, जो पिछले पांच महीने से लापता थी. जांच में सामने आया कि पेशे से टैक्सी ड्राइवर मुश्ताक पूजा के साथ लंबे समय से लिव-इन में रह रहा था. पूजा की बहन की शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और मुश्ताक को गिरफ्तार कर लिया.
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पुलिस के मुताबिक, आरोपी मुश्ताक ने 16 नवंबर 2023 को पूजा की हत्या की थी. हत्या के बाद उसने पूजा का सिर काटकर उसका शव नहर में फेंक दिया था, ताकि पहचान न हो सके. शुरुआती पूछताछ में आरोपी ने हत्या की बात स्वीकार कर ली है.
उधम सिंह नगर के जिलाधिकारी नितिन भदौरिया ने जानकारी दी कि आरोपी के पिता अली अहमद ने सितारगंज के गौरीखेड़ा इलाके में अनुसूचित जाति के मथुरा प्रसाद की जमीन पर अवैध रूप से मकान बना लिया था. इस अवैध कब्जे को हटाने के लिए पहले ही कानूनी नोटिस जारी किया गया था. अब हत्या के मामले में आरोपी की गिरफ्तारी के बाद जिला प्रशासन ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में उस मकान को ध्वस्त कर दिया.