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उत्तराखंड: चुनौती बना खराब मौसम, NDRF और SDRF ने पैदल शुरू किया रेस्क्यू, 7 हजार यात्री बचाए गए

केदार घाटी में रेस्क्यू टीम के लिए खराब मौसम चुनौती बना हुआ है. खराब मौसम की वजह से शनिवार को भी हेली रेस्क्यू का काम शुरू नहीं हो पाया है. अधिकारियों ने बताया कि केदारधाम में अभी-भी 400 तीर्थयात्री फंसे हुए हैं, जिन्हें आज रेस्क्यू किया जा सकता है. साथ ही अधिकारी ने इस पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन की आज (शनिवार) को खत्म होने की उम्मीद है.

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केदारनाथ में बादल फटने के बाद सोनप्रयाग और भीमबली के बी फंसे तीर्थयात्रियों को निकालते एनडीआरएफ के जवान
केदारनाथ में बादल फटने के बाद सोनप्रयाग और भीमबली के बी फंसे तीर्थयात्रियों को निकालते एनडीआरएफ के जवान

पहाड़ों पर भारी बारिश के बाद हुए लैंडस्लाइड की वजह से केदार घाटी में कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिसके कारण केदारघाटी में हजारों तीर्थयात्रियों फंस गए हैं. दो दिन में रेस्क्यू टीम ने सात हजार से ज्यादा तीर्थयात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है, लेकिन आज केदारधाम सहित अन्य क्षेत्रों में मौसम खराब है, जिसकी वजह से रेस्क्यू टीम को चुनौतियों का सामना करना पड़ा रहा है.

अधिकारी ने बताया कि शनिवार को केदारधाम सहित अन्य इलाकों में मौसम खराब होने की वजह से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस और पीआरडी के जवानों ने पैदल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है. हालांकि, हेली रेस्क्यू अभी तक शुरू नहीं हो पाया है. साथ ही मौसम खराब होने की वजह से एमआई-17 भी धाम के लिए उड़ान नहीं भर पाया है.

'आज खत्म हो सकता है रेस्क्यू ऑपरेशन'

बताया जा रहा है कि केदारधाम में अभी-भी 400 तीर्थयात्री फंसे हुए हैं, जिन्हें आज रेस्क्यू किया जा सकता है. साथ ही अधिकारी ने इस पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन की आज (शनिवार) को खत्म होने की उम्मीद है. वहीं, सुरक्षा बलों ने केदारनाथ धाम में फंसे तीर्थयात्रियों को मौसम की स्थिति को देखते हुए एयरलिफ्ट की मदद से मैन्युअल रूप से रेस्क्यू करने का प्लान तैयार किया है.

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'7 हजार से ज्यादा तीर्थयात्रियों को किया रेस्क्यू'

अधिकारियों के अनुसार, भीमबली और गौरीकुंड पोस्ट स्थित राहत शिविरों रेस्क्यू कर लाए गए तीर्थयात्रियों को खाना और पानी की आपूर्ति की गई है. मौसम में सुधार होते ही केदारनाथ बचाव अभियान आज फिर से शुरू करने की तैयारी है, जिसका लक्ष्य सभी फंसे हुए तीर्थयात्रियों को बाहर निकालना है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और उत्तराखंड पुलिस अधिकारियों के साझा प्रयासों से अब तक 7234 से अधिक तीर्थयात्रियों को एयरलिफ्ट की मदद और वैकल्पिक मार्गों से बचाया गया है.

उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया है कि यमुनोत्री, गंगोत्री और बद्रीनाथ यात्रा सुचारू रूप से चल रही है, केवल केदारनाथ यात्रा को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है. प्राधिकरण ने लोगों से यात्रा से पहले मौसम की जानकारी और तथ्यों को वेरिफाइड से अपडेट रहने की भी अपील की है.

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पुलिस ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

पुलिस ने केदार घाटी में अलग-अलग जगहों पर फंसे तीर्थयात्रियों के परिजनों और स्थानीय लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं. मोबाइल नंबर 7579257572 और लैंडलाइन नंबर 01364233387 पर संपर्क कर फंसे हुए लोगों के बारे में जानकारी ले सकते हैं.

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वहीं, 31 जुलाई को केदारनाथ, टिहरी, चमोली, देहरादून और हरिद्वार जिलों में बारिश के कहर के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हो गई. हाल ही में हुई मौतों में एक व्यक्ति शुक्रवार को देहरादून में उफनती नदी में डूब गया और एक अन्य का शव कल शाम रुद्रप्रयाग से बरामद किया गया.

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