उत्तर प्रदेश में मौसम और आंधी तूफान ने ऐसा कहर बरपाया कि राज्य में 73 लोगों की मौत हो गई. वहीं इस मामले में राजनीति शुरू हो गई है. पीड़ितों के दुख पर मरहम लगाने की जगह नेता एक दूसरे पर पलटवार करने में लग गए हैं. तूफान से हुई लोगों की मौत पर अखिलेश यादव की ट्वीट पर योगी आदित्यनाथ ने पलटवार किया है.
वहीं योगी आदित्यनाथ ने आगरा के फतेहाबाद में तूफान से प्रभावित लोगों को चेक बांटा. मरने वालों के परिजनों को 4 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया. घायलों को अस्पताल में फ्री इलाज करवाने का वादा किया गया. वहीं योगी ने प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण भी किया.
CM Yogi Adityanath distributes cheques to people affected by dust storm in Agra's Fatehabad. CM says, "Relief has been provided to the affected. Kin of those who died have been given Rs 4 lakhs as ex-gratia and the injured are given free treatment in hospitals." pic.twitter.com/D04flBIyjT
— ANI UP (@ANINewsUP) May 5, 2018
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आंधी तूफान के कहर के मसले एक दूसरे को नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं. एक तरफ अखिलेश यादव ने ट्वीट कर योगी पर निशाना साधा कि CM को कर्नाटक का चुनाव प्रचार छोड़कर तुरंत यूपी वापस आना चाहिए था. जनता ने उन्हें अपने प्रदेश की समस्याओं के समाधान के लिए चुना है, ना कि कर्नाटक की राजनीति के लिए. इन हालातों में भी अगर वो वापस नहीं आते हैं, तो फिर वो हमेशा के लिए अपना मठ वहीं बना लें. आपको बता दें कि योगी आदित्यनाथ कर्नाटक में स्टार प्रचारक की भूमिका निभा रहे हैं.
Chief Minister Yogi Adityanath takes an aerial survey of the areas that were affected by the dust storms. pic.twitter.com/hf28Kw2Bya
— ANI UP (@ANINewsUP) May 5, 2018
वहीं योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश के ट्वीट का करारा जवाब दिया है. आजतक से खास बातचीत करते हुए योगी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस मसले पर सियासत हो रही है, जो कि गलत है. समाजवादी पार्टी को कुछ संवेदनशीलता दिखानी चाहिए और पीड़ितों के जख्मों पर मरहम लगाना चाहिए ना कि नमक छिड़कने का काम करना चाहिए.
CM को कर्नाटक का चुनाव प्रचार छोड़कर तुरंत यूपी वापस आना चाहिए था. जनता ने उन्हें अपने प्रदेश की समस्याओं के समाधान के लिए चुना है, नाकि कर्नाटक की राजनीति के लिए. इन हालातों में भी अगर वो वापस नहीं आते हैं, तो फिर वो हमेशा के लिए अपना मठ वहीं बना लें. @CMOfficeUP
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 3, 2018
आपको बता दें कि आंधी-तूफान से अकेले आगरा में ही 42 लोगों की जान चली गई. उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में तबाही मची है. जिनमें सहारनपुर, आगरा, बिजनौर, बरेली और चित्रकूट सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं.
आगरा में 132 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आए तूफान ने कई लोगों की जान ले ली. करीब 90 मिनट तक चले आंधी, बारिश के कहर से सैकड़ों पेड़ और होर्डिंग गिर गए, वहीं कई मकानों के टिन शेड भी उड़ गए.
गौरतलब है कि पूरे उत्तर भारत में बुधवार देर शाम और रात में और गुरुवार को भी खराब मौसम ने ऐसा कहर बरपाया कि बर्बादी की खबरें आ गईं. राजस्थान में भी इस आंधी-तूफान में 22 लोगों की मौत हो गई और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.