उत्तर प्रदेश के अमरोहा में बदमाशों के साथ मुठभेड़ में एक कॉन्स्टेबल शहीद हो गया. हमले में शहीद होने वाले कॉन्स्टेबल का नाम हर्ष चौधरी है. ये घटना थाना बछरायूं इलाके के इंद्रपुर गांव में हुई है. घटना के बाद पुलिस के आलाधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए हैं. इलाके को चारों ओर से घेर लिया गया है और बदमाशों की धरपकड़ जारी है. पुलिस के मुताबिक दोनों ओर से भारी फायरिंग की चपेट में हर्ष चौधरी आ गए. हर्ष चौधरी को तुरंत मुरादाबाद के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया. इलाज के दौरान ही उन्होंने दम तोड़ दिया. खबरों के मुताबिक उनकी 6 माह पहले ही शादी हुई थी.
पुलिस के साथ मुठभेड़ में शातिर बदमाश शिव अवतार उर्फ शिविया ढेर हो गया है. पुलिस के मुताबिक आरोपी बदमाश पर दो दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज थे. मुठभेड़ की घटना तब हुई जब रविवार शाम को रुटीन चेकिंग के दौरान पुलिस ने उसे दबोचने की कोशिश की, लेकिन शिविया ने पुलिस पर फायरिंग कर भागने की कोशिश की, पुलिस ने भी जवाब में गोलियां चलाई.
पुलिस का कहना है कि शहीद हर्ष चौधरी 2016 में यूपी पुलिस में भर्ती हुए थे. वह हाथरस के रहने वाले हैं. घटना के बाद आईजी, डीआईजी रैंक के अधिकारियों ने एसपी-डीएसपी से बात की है. सूत्रों के मुताबिक 6 महीने पहले ही उनकी शादी हुई थी. इसके बाद वह अमरोहा में बछरायूं पुलिस स्टेशन पर तैनात थे.
CM Yogi Adityanath announces compensation of Rs 40 lakhs for the wife & Rs 10 lakh for the parents, & service for one member of the family of constable Harsh Chaudhary who lost his life in an encounter with criminals in Amroha earlier today. A criminal was killed in the encounter pic.twitter.com/MCqqZ1Q7ax
— ANI UP (@ANINewsUP) January 27, 2019
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर दुख जताया है. उन्होंने शहीद हर्ष चौधरी की पत्नी को 40 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है. इसके अलावा हर्ष चौधरी के माता-पिता को भी 10 लाख रुपये देने की घोषणा की है. सीएम ने हर्ष चौधरी की पत्नी को विशेष पेंशन देने की घोषणा की है. इसके अलावा परिवार में एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी.
बता दें कि इससे पहले पिछले साल जनवरी में भी शामली जिले में अंकित तोमर नाम के कॉन्स्टेबल पुलिस मुठभेड़ में शहीद हो गए थे. अंकित कुमार शातिर बदमाश साबिर के साथ हुए एनकाउंटर का हिस्सा थे. तब भी उन्हें घायल अवस्था में नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था. डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की भरपूर कोशिश की, लेकिन वे नाकाम रहे.
अपराध पर काबू करने के लिए बदमाशों के साथ मुठभेड़ पर योगी सरकार का जोर रहा है. योगी सरकार ने हाल में गणतंत्र दिवस पर जारी अपनी कामयाबियों की सूची में 3000 एनकाउंटर का ब्यौरा दिया था. सरकारी सूची के मुताबिक मार्च 2017 से जुलाई 2018 के दौरान यूपी पुलिस ने 3026 मुठभेड़ किए, इसमें 78 अपराधी मारे गए, जबकि 838 बदमाश घायल हुए.