उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद जिले के कांठ में एक बार फिर राजनीति गरमा गई है. कांग्रेस अौर बीजेपी नेताओं के कांठ जाने पर प्रशासन ने पाबंदी लगा दी है. मुरादाबाद में धारा 144 लगा दी गई है. प्रशासन ने मुरादाबाद जाने वाले तमाम रास्तों पर भी भारी पुलिस बल की व्यवस्था की है. इस बीच, कांठ में तनाव को लेकर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री पर हमला किया है. आनंद शर्मा ने सवाल पूछा, 'नरेंद्र मोदी इतने संवेदनशील मुद्दे पर खामोश क्यों हैं?'
पुलिस ने शांति मार्च करने जा रहे कांग्रेस नेता मधुसूदन मिस्त्री और नगमा सहित कई नेताओं को गाजियाबाद में एनएच 24 पर यूपी गेट के पास रोक लिया है. इसके कारण हाईवे पर लंबा जाम लग गया है.
उत्तर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष के लक्ष्मीकांत वाजपेयी भी शनिवार को मुरादाबाद पहुंचे. पुलिस ने उन्हें कांठ जाने से रोका तो वे धरने पर बैठ गए. उन्होंने एक बार फिर मुरादाबाद के एसएसपी धर्मवीर सिंह यादव को हटाने की मांग की. कांग्रेस नेता रीता बहुगुणा जोशी भी आज मुरादाबाद पहुंची. रीता बहुगुणा को पुलिस ने नजरबंद कर लिया है.
इस बीच उत्तर प्रदेश में बीजेपी के विधायक सुरेश राणा ने मुरादाबाद के एसपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है. बीजेपी के तमाम सांसद ओर विधायक मुरादाबाद में एसएसपी के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. मुरादाबाद ही नहीं समूचे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कांठ विवाद की धमक सुनाई दे रही है.
दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में भी बीजेपी कार्यकर्ताबों ने डीएम ऑफिस के सामने धरना दिया. उधर मुरादाबाद में प्रशासन ने धारा 144 लगा दी है और प्रशानसन का कहना है कि फेस्टिव सीजन आ गया है, इसलिए किसी भी बाहरी व्यक्ति को मुरादाबाद में आने से रोका जा रहा है.
इससे पहले शुक्रवार को साध्वी प्राची को भी मुरादाबाद जाने की कोशिश में बिजनौर में रोक लिया गया था. साध्वी प्राची कांठ में जल अभिषेक यात्रा पर जा रहीं थीं. इस बीच राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने कहा है कि जब तक मंदिर में लाउडस्पीकर दोबारा नहीं लगेगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
यूपी बीजेपी अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी कांठ विवाद को लेकर पहले ही मुरादाबाद के एसएसपी धर्मवीर सिंह यादव को खुलेआम धमकी दे चुके हैं. उन्होंने कहा कि हम उनसे दूर तक दुश्मनी निभाएंगे. वाजपेयी मुरादाबाद हिंसा में बीजेपी सांसद का नाम लिए जाने से नाराज थे. उन्होंने कहा था कि बीजेपी एसएसपी से नागिन की तरह दुश्मनी निभाएगी. एसएसपी पर वाजपेयी ने समाजवादी पार्टी की चाकरी करने का भी आरोप लगाया था.
ये है पूरा मामला
मुरादाबाद के कांठ क्षेत्र के अकबरपुर चंदेरी गांव में 26 जून को एक धर्मस्थल से लाउडस्पीकर हटाने को लेकर विवाद हुआ था. इसके विरोध में मुरादाबाद में महापंचायत के लिए जा रहे बीजेपी विधायक संगीत सोम और चार सांसदों को पुलिस ने हिरासत में लिया था. इसके बाद इलाके में हिंसा हुई थी, जिसमें डीएम को भी चोट लगी थी. इसके बाद एसएसपी ने बयान दिया था कि बीजेपी यहां माहौल खराब करने की फिराक में है. यह सब सर्वेश सिंह के इशारे पर हो रहा है. यहां ठाकुरद्वारा विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव होने हैं और बीजेपी इसमें फायदा उठाना चाहती है. इस हिंसा के लिए पूरी तरह बीजेपी जिम्मेदार है.