scorecardresearch
 

मुलायम ने शुरू की किराए के घर की तलाश, अभी तक एक भी पसंद नहीं

पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के गवर्नर कल्याण सिंह भी जल्दी अपना मकान खाली कर सकते हैं. सूत्रों की मानें तो कल्याण सिंह का मकान भी एक-दो दिन में खाली हो जाएगा.

Advertisement
X
मुलायम सिंह (फोटो-Getty Images)
मुलायम सिंह (फोटो-Getty Images)

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सबसे पहले अपना सरकारी घर छोड़ने का ऐलान करने वाले केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ में अपना सरकारी आवास 4 कालिदास मार्ग आज यानी रविवार को खाली कर सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक कुछ सामान पहले ही हटाया जा चुका है.

मुलायम सिंह ढूंढ रहे हैं अपना घर

घर खाली करने के लिए मिले नोटिस को देखते हुए बड़े नेताओं ने अपने लिए नए घर की तलाश शुरू कर दी है. इसलिए मुलायम सिंह ने अपने करीबी और पार्टी के कोषाध्यक्ष संजय सेठ के साथ जाकर शनिवार को कई मकान देखें. लेकिन उन्हे कोई पसंद नहीं आया. मुलायम सिंह को फिलहाल कोई किराए का मकान पसंद नहीं आया है, वो अपना मकान बनवाने का विकल्प तलाश रहे हैं. घर बनने में एक साल का वक्त लग सकता है, ऐसे में मुलायम या तो अपने बेटे प्रतीक के घर रहेंगे या फिर किसी किराए के मकान में शिफ्ट हो सकते हैं.

Advertisement

एनडी तिवारी को मिल सकता है कुछ और वक्त

एनडी तिवारी को छोड़कर बाकी तमाम पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी आवास खाली करने का नोटिस पहुंच चुका है, लेकिन एनडी तिवारी बीमार हैं और दिल्ली के अस्पताल में भर्ती हैं. ऐसे में राज्य संपत्ति विभाग का नोटिस उनतक नहीं पहुंच पाया है. सरकार के सूत्रों के मुताबिक अस्पताल में रहने तक एनडी तिवारी को इस नोटिस से छूट दी जा सकती है.

कल्याण सिंह भी जल्द ही खाली करेंगे मकान

पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के गवर्नर कल्याण सिंह भी जल्दी अपना मकान खाली कर सकते हैं. सूत्रों की मानें तो कल्याण सिंह का मकान भी एक-दो दिन में खाली हो जाएगा.

बता दें कि अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव दोनों ने एक चिट्ठी मुख्यमंत्री को सौंपी है. जिसमें विधानसभा के नेता विपक्ष के नाम से और विधान परिषद के नेता विपक्ष के नाम से मुलायम और अखिलेश के सरकारी मकान को आवंटित करने का अनुरोध किया गया है. हालांकि सरकार ने दोनों चिट्ठियों को राज्य संपत्ति विभाग को भेज दिया है, लेकिन इस पर आखिरी फैसला मुख्यमंत्री के स्तर पर ही होगा. ऐसे में अखिलेश यादव फिलहाल सरकार के फैसले के इंतजार में हैं.

Advertisement
Advertisement