उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने एक ट्वीट की वजह से सोशल मीडिया पर ट्रोल किए जा रहे हैं. वहीं अखिलेश यादव के सोशल मीडिया देख रहे उनके करीबी के मुताबिक, यह ट्वीट बिल्कुल सही है. जानबूझकर 1 साल पुराने अखबार को ट्वीट किया गया है. लेकिन इसकी वजह क्या है इसका जवाब खुद अखिलेश यादव अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में देंगे जब वह खबरनवीसों से मुलाकात करेंगे.
बता दें कि सोमवार को अखिलेश ने ट्वीट कर गन्ना किसानों के हजारों करोड़ के बकाए पर सरकार को घेरा. उन्होंने एक साल पुराने एक अखबार की रिपोर्ट को अपने ट्वीट के साथ अटैच किया. इसमे गन्ना मंत्री के जिले में ही किसानों को भुगतान नहीं किए जाने का जिक्र है.
गन्ना किसानों का हज़ारों करोड़ बकाया है और ये ‘अक्षम सरकार’ अॉडिट के बहाने गन्ना किसानों का भुगतान टाल रही है. अपनी नाकामी छिपाने के लिए ये सरकार हर बात में जाँच-पड़ताल का सहारा लेकर टालमटोल करती है. ये कैसी सरकार है जो न तो जनता के काम आ रही है और न कोई काम कर रही है. pic.twitter.com/pDAmoV5ycS
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 23, 2018
अखबार की रिपोर्ट अप्रैल 23 अप्रैल 2017 की है. अखिलेश ने उस रिपोर्ट के बहाने सरकार पर हमला बोला है. इस ट्वीट के बाद सैकड़ों लोगों ने सोशल मीडिया पर अपने कमेंट लिखें. ज्यादातर लोगों ने अखिलेश यादव को पुराने अखबार की याद दिलाई. बावजूद इसके यह ट्वीट भी उनके ट्विटर हैंडल पर ज्यों का त्यों बना हुआ है.
बहरहाल लोग कयास लगा रहे हैं कि क्या यह गलती हुई या फिर सचमुच अखिलेश यादव पुराने अखबार की रिपोर्ट के बहाने नई सरकार पर हमला करने के नए रास्ते तलाश रहे.