उन्नाव रेप कांड की पीड़िता की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है. करीब 40 घंटे बीत जाने के बाद भी पीड़िता को होश नहीं आया है. पीड़ित लड़की का इलाज लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है और उसकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है. डॉक्टरों के मुताबिक, उसके सिर, सीने और पैर में कई फैक्चर हैं. ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए लाइफ सपोर्ट सिस्टम का सहारा लिया जा रहा है.
एक्सीडेंट में पीड़िता की हड्डियों में काफी चोट आने की वजह से फेफड़े में भी ब्लीडिंग हो रही है, जिसकी वजह से हालत में सुधार होने में अभी वक्त लग रहा है. इस बीच रायबरेली जेल में बंद पीड़िता के चाचा को पैरोल मिल गई है. अब बुधवार (31 अगस्त) को जिला जेल से पैरोल पर चाचा को उन्नाव लाया जाएगा और अपनी पत्नी का अंतिम संस्कार करने के बाद उन्हें वापस रायबरेली जेल भेजा जाएगा.
इससे पहले लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में पीड़ित परिवार के सभी लोग धरने पर बैठ गए और आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की. साथ ही परिवार ने यह भी कहा कि जल्द से जल्द चाचा को पैरोल पर छोड़ा जाए, ताकि वे अपनी पत्नी का अंतिम संस्कार कर सकें, जब तक ऐसा नहीं होता है वे लोग धरने पर बैठे रहेंगे.
बता दें कि रायबरेली में सड़क दुर्घटना हुई जिसमें पीड़िता की मौसी के साथ-साथ चाची की मौत हो गई. मृत चाची को लखनऊ में मोर्चरी में रखा गया है और अभी तक अंतिम संस्कार नहीं हो पाया है. चाचा को पैरोल मिलने के बाद अब अंतिम संस्कार होने का रास्ता साफ हो गया है.
इस बीच तमाम पार्टी के लोग पीड़ित परिवार से मिलने के लिए लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर पहुंचे. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, डीसीडब्ल्यू की चेयरपर्सन स्वाति मालीवाल समेत राष्ट्रीय महिला आयोग की सचिव ज्योति सिंघल भी पीड़ितों से मिलने के लिए ट्रामा सेंटर में पहुंचीं.