समाजवादी पार्टी की कलह थमने का नाम नहीं ले रही. पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव की ओर से कुनबे को एकजुट रखने के लिए खुद सक्रिय होने के बावजूद पार्टी में किचकिच जारी है. अब एटा सदर से पार्टी विधायक आशीष यादव ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव पर संगीन आरोप लगाए हैं. आशीष यादव उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सभापति रमेश यादव के पुत्र हैं.
मुलायम सिंह यादव के चचेरे भाई राम गोपाल यादव को पार्टी का थिंकटैंक माना जाता रहा है. पार्टी में प्रोफेसर साहब के नाम से मशहूर रामगोपाल के खिलाफ आशीष यादव ने मोर्चा खोल दिया है. आशीष ने आरोप लगाया है कि रामगोपाल समानांतर पार्टी चलाने की कोशिश के साथ कार्यकर्ताओं को गुमराह कर रहे हैं.
जमीनों पर कब्जा करते हैं रामगोपाल के चेले
आशीष ने आरोप लगाया कि रामगोपाल ने अपनी पसंद के अधिकारियों की एटा, इटावा, मैनपुरी, फर्रूखाबाद, फीरोजबाद, आगरा, अलीगढ़, कासगंज, मेरठ,
गाजियाबाद और नोएडा जैसे शहरों में पोस्टिंग कराई. आशीष के मुताबिक ऐसा इसलिए किया गया कि रामगोपाल के चेले-चपाटे जमीनों पर कब्जे, शराब
की तस्करी जैसे अवैध कार्यों से मोटा पैसा बना सकें. आशीष ने आरोप लगाया कि ऐसे लोगों की हैसियत पिछले 4 साल में अरबों की हो गई लेकिन इनके
कारनामों की वजह से समाजवादी सरकार की छवि को नुकसान पहुंचा.
शिवपाल यादव का पूरा समर्थन
आशीष ने कहा कि नेताजी (मुलायम सिंह) के नेतृत्व में उनका पूरा भरोसा है, साथ ही वे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल
यादव का पूरा समर्थन करते हैं. आशीष ने कहा कि जो भी गलत कामों में लगे हैं, उन्हें अंजाम भुगतना पड़ेगा. आशीष ने इस संबंध में एमएलसी अरविंद
कुमार यादव का नाम लिया. रामगोपाल यादव के भांजे अरविंद को हाल में शिवपाल यादव ने छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया है.