कभी बसपा प्रमुख मायावती के खास रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने बुधवार को मायावती को चुनौती देने के लिए लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान में रैली का आयोजन किया. इसे 'परिवर्तन महारैली' नाम दिया गया था. इस मौके पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंच पर मौजूद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को शिव जी की मूर्ति भेंट की.
बीएसपी ने कभी तिलक तराजू और तलवार का नारा दिया था. लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंच पर म्यान से तलवार निकालकर हवा में लहराई और फिर अमित शाह को भेंट किया.
पांच लाख का दावा, 50 हजार जुटे
स्वामी प्रसाद मौर्य ने यह पूरी रैली अपने दम पर की थी क्योंकि वह दिखाना चाहते थे कि वह भीड़ जुटाने में मायावती को टक्कर
दे सकते हैं. 5 लाख की भीड़ जुटाने का वह लगातार दावा कर रहे थे, लेकिन भीड़ जुटी करीब पचास हजार. भाषण में स्वामी
प्रसाद मौर्य मायावती पर टिकट के बदले पैसे लेने के आरोप दोहराते रहे. खास बात यह रही कि उन्होंने ना तो समाजवादी पार्टी
के खिलाफ कुछ कहा और ना ही कांग्रेस के.
'घोटाले के पैसे से कलर टीवी मिल सकता था'
लेकिन अमित शाह ने समाजवादी पार्टी की सरकार के खिलाफ भी बोला. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी में महाभारत से भी
घमासान लड़ाई चल रही है और यह सारा झगड़ा लूट के पैसे में बंटवारे को लेकर है. उन्होंने कहा कि पहले चाचा-भतीजे को
निकाल देता है फिर भतीजा-चाचा के लोगों को निकाल देता है. अमित शाह ने कहा कि अमर सिंह नारद की भूमिका में हैं.
अमित शाह ने कहा कि खनन के घोटाले में जितना पैसा गया है उसे उत्तर प्रदेश के हर घर में एक कलर टीवी आ सकता
था.
अमित शाह ने कहा कि मायावती के राज में ताज कोरिडोर घोटाला, पुलिस भर्ती घोटाला और एनएचआरएम घोटाला हुआ. उन्होंने कहा कि एक तरफ समाजवादी पार्टी में आजम खान, अबू आजमी और अंसारी जैसे लोग हैं तो दूसरी तरफ नसीमुद्दीन सिद्दीकी जैसे लोग बीएसपी में हैं. इसलिए कानून व्यवस्था यह दोनों पार्टियां दुरुस्त नहीं कर सकती और सिर्फ बीजेपी ही यह काम कर सकती है.
'ताबूत में आखिरी कील ठोका जा चुका है'
स्वामी प्रसाद मौर्या की तारीफ करते हुए अमित शाह ने कहा कि उनके लिए बीजेपी के दल में ही नहीं बल्कि दिल में भी जगह है.
उनके बीएसपी छोड़ने से मायावती के ताबूत में आखिरी कील भी ठोका जा चुका है. स्वामी प्रसाद मौर्या की रैली में बसपा के
विधायक धर्मपाल सैनी, रमेश कुशवाहा और बृजेश वर्मा बीजेपी में शामिल हुए. इसके अलावा कभी मायावती का जूता साफ करके
चर्चा में आए उनके पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर रहे पदमसिंह ने भी बीजेपी में एंट्री ले ली.