गोरखनाथ मंदिर के सुरक्षाकर्मियों पर हमले के बाद अयोध्या में रामनवमी पर सुरक्षा बढ़ाई गई है. इस बार मेले में 20 लाख लोगों के पहुंचने का अनुमान है. 10 अप्रैल को अयोध्या में मेले का आयोजन होगा. 2 साल बाद लगने वाले इस मेले को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है. साथ ही मेले को देखते हुए रूट डायवर्जन किया गया है. अगर आप इस रूट से अयोध्या जा रहे हैं तो प्लान बदल लें. क्योंकि स्थानीय प्रशासन की ओर से रूट डायवर्ट किया गया है.
अयोध्या में सुरक्षा की दृष्टि से मेला परिसर को 5 क्षेत्रों में बांटा गया है. लिहाजा अयोध्या की बॉर्डर पर आज रात से ही गाड़ियों का डायवर्जन शुरू हो जाएगा. अयोध्या में मंदिरों तक जाने वाले रूट का डायवर्जन किया जाएगा. अब राम जन्मभूमि, कनक भवन, हनुमानगढ़ी, नागेश्वर नाथ के आस पास रूट डायवर्जन किया गया है.
मतलब साफ है कि अगर आप अयोध्या जा रहे हैं तो यहां वाहन नहीं ले जा सकेंगे. बस्ती, गोरखपुर, गोंडा, बहराइच, बलरामपुर से आने वाले वाहनों को सरयू पुल के पास ही रोक लिया जाएगा.
रामनवमी मेले को लेकर अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद कर दी गई है. चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं. गोरखनाथ मंदिर में हुई घटना के बाद पुलिस अलर्ट मोड पर है. लिहाजा 41 कमांडो का ATS दस्ता, वीडीएस औऱ 10 अन्य सुरक्षा दस्ते मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए लगाए गए हैं.
बता दें कि मेले को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. यहां साज-सज्जा से लेकर यातायात की व्यवस्था दुरुस्त की गई है. साथ ही सुरक्षाकर्मियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं.