कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फिर बेरोजगारी के मामले को लेकर घेरा है. प्रियंका ने सीएम योगी को खत लिखकर कहा कि युवा बहुत हताश और परेशान हैं. खत में उन्होंने लिखा, बेरोजगार युवा कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगाने को मजबूर हैं.
प्रियंका गांधी ने 12460 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर बातचीत के बाद ये खत लिखा है. कांग्रेस महासचिव ने पत्र में लिखा है कि मानवीय संवेदनाओं और युवाओं के रोजगार के हक का सम्मान करते हुए 24 शून्य जनपद के अभ्यर्थियों की तत्काल नियुक्ति करें.
प्रियंका गांधी ने उर्दू शिक्षक भर्ती के उम्मीदवारों से भी बात की. प्रियंका गांधी ट्वीट किया कहा कि प्रियंका गांधी ने 4000 उर्दू शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों से संवाद किया. सारे अभ्यर्थी मेरिट में आते हैं और रोजगार पाने योग्य हैं. मगर सरकार ने इनकी नौकरी की राह में रोड़ा लगा रखा है. यूपी की बीजेपी सरकार को नौकरी देने वाली भूमिका में आना चाहिए लेकिन सरकार नौकरियों में रोड़ा अटकाने का काम कर रही है.
किसानों के मुद्दे पर प्रियंका गांधी ने कहा कि किसानों के लिए ये कठिन समय है. सरकार को एमएसपी और किसानों की फसल खरीद के सिस्टम में इस समय उनकी मदद करनी चाहिए थी लेकिन हुआ उसके ठीक उल्टा. बीजेपी सरकार अपने अमीर खरबपति दोस्तों को कृषि क्षेत्र में घुसाने के लिए ज्यादा आतुर दिख रही है, वो किसानों की बात तक नहीं सुनना चाहती.
'पांच साल की संविदा कोरी अफवाह'
दरअसल बेरोजगारी, हत्या व अन्य गंभीर मामलों को लेकर प्रियंका गांधी लगातार सीएम योगी और बीजेपी सरकार पर हमलावर हैं. इससे पहले खबर आई थी कि यूपी में योगी सरकार 5 साल की अनिवार्य संविदा लागू करने पर विचार कर रही है. लेकिन युवाओं का गुस्सा और विपक्ष का चौतरफा हमला झेल रही यूपी सरकार में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने इन खबरों को कोरी अफवाह बताया है.
यूपी में सरकारी नौकरियों में 5 साल संविदा पर रखे जाने और 50 साल में रिटायर किए जाने के मामले पर मौर्य ने कहा, "विपक्षी इस बारे में अफवाह फैला रहे हैं. इन दोनों बातों में कोई सच्चाई नहीं है, सरकार ने ऐसा कोई फैसला नहीं लिया और न ही ऐसा करने का कोई इरादा है, सरकार ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार देने की तैयारी कर रही है.
यूपी सरकार ने मांगी रिक्त पदों की जानकारी
बता दें कि सरकारी नौकरियों में भर्ती को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी विभागों के अधिकारियों से रिक्त पदों का विवरण मांगा है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब तक हुई 3 लाख भर्तियों की तरह ही पारदर्शी तरीके से अगले तीन महीने में भर्ती प्रक्रिया शुरू करें और छह महीने में नियुक्ति पत्र बांटें. सीएम योगी ने कहा कि जिस प्रकार यूपी लोकसेवा आयोग में पारदर्शी व निष्पक्ष भर्तियां हुईं, उसी प्रकार तेजी से भर्तियां की जाएं.
योगी सरकार का कहना है कि अब तक प्रदेश में 3 लाख भर्तियां की जा चुकी हैं. सबसे बड़ी सरकारी भर्ती एक लाख 37 हजार पुलिसकर्मियों की भर्ती थी. इसके बाद 50 हजार से अधिक टीचरों की भर्ती की गई. इसके अलावा अन्य विभागों में एक लाख से अधिक सरकारी भर्तियां की जा चुकी हैं.