छह अप्रैल की दोपहर जब संजय गुप्ता एक मीटिंग में व्यस्त थे उनकी फोन की घंटी बज रही थी. दो बार फोन काटने के बाद जब तीसरी बार घंटी बजी तो उन्होंने फोन उठा लिया. दूसरी तरफ घर की नौकरानी थी, उसने कहा, 'साहब घर आ जाओ, सब कुछ बर्बाद हो गया .'
संजय आनन-फानन में घर लौटे. दरवाजा खुला तो सामने खून से लथपथ पत्नी राखी गुप्ता की लाश पड़ी थी. उसी कमरे में उनका 21 साल का बेटा जितार्थ भी था, जिसे एक साल पहले पैरालिसिस का अटैक आया और तब से वह बिस्तर पर है. जितार्थ जमीन पर गिरा हुआ था और उसके सिर से खून बह रहा था. संजय गुप्ता ने फौरन एंबुलेंस बुलाया और बेटे को अस्पताल भेज दिया. अब तक मौके पर पुलिस भी पहुंच चुकी थी. तफ्तीश शुरू हुई तो पता चला कि जितार्थ को मेल नर्स सोनू गायब है. पुलिस ने तलाश शुरू की तो उसका फोन भी बंद आया. छानबीन शुरू हुई तो पता चला कि मेल नर्स का नाम सोनू था ही नहीं.
गले पर छह बार वार
घर वालों के मुताबिक, बीते साल नवंबर महीने में जितार्थ की देखरेख के लिए संजय गुप्ता ने सोनू राघव नाम के एक मेल नर्स को रखा था. बताया जाता है कि सोनू ने ही 6 अप्रैल की दोपहर जितार्थ के सामने उसकी मां राखी गुप्ता की हत्या कर दी. राखी के गले में किसी नुकीली चीज से 6 बार वार किया गया. कत्ल के बाद जब लोग घर आए तो देखा कि जितार्थ अपनी मां के ऊपर गिरा हुआ था. उसके सर में चोट लगी थी. जितार्थ ना तो बोल सकता है और ना ही चल फिर सकता है.
दिनभर भजन सुनता था सोनू
सोनू को संजय गुप्ता ने अपने एक जानकार के यहां से बुलाया था. पिछले पांच महीने से सोनू घर में रह रहा था. वो पूरे दिन घर में डीवीडी पर भजन सुनता. संजय के मुताबिक, सोनू नर्स कम इलेक्ट्रिशियन ज्यादा था. वह एलसीडी से लेकर गीजर और बिजली की लाइन तक हर चीज ठीक कर लेता था. शुरू में सब ठीक था, लेकिन धीरे-धीरे उसका व्यवहार बदलने लगा था. वो घंटो बाथरूम में बंद होकर फोन पर बात करता और टोकने पर नाराज भी हो जाता.
सिर्फ डीवीडी और मोबाइल गायब
घर वालों ने बाताया कि हत्या के बाद घर से सिर्फ एक मोबाइल फोन और वो डीवीडी गायब है, जिस पर सोनू भजन सुनता था. सोनू उसका सही नाम नहीं था. पुलिस अब उसके सही पहचान की तलाश कर रही है. एक बड़ी उलझन यह भी है कि घर में कोई लूट हुई नहीं है. ऐसे में यह समझना मुश्किल है कि कातिल ने कत्ल क्यों किया.
पुलिस की लापरवाही
पुलिस पर मामले की जांच में लापरवाही बरतने का आरोप है. बताया जाता है कि पुलिस ने जांच के लिए न तो डॉग स्क्वॉयड को बुलाया और न ही क्राईम टीम मौके पर पहुंची. यही नहीं, ठीक ढंग से घर की तलाशी भी नहीं ली गई क्योंकि आगले दिन घर की सफाई के दौरान कमरे की कालीन के नीचे खून से सना चाकू मिला. हालांकि, पुलिस मामले पर लीपापोती कर रही है. दावा किया जा रहा है कि आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.