देशभर की कई सोसाइटीज में कुत्तों द्वारा लोगों को काटने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं. इन घटनाओं के वीडियो भी सामने आए, जिसके बाद पीड़ितों की शिकायत पर डॉग्स लवर के खिलाफ कार्रवाई की गई. अब डॉग्स लवर अलग-अलग संस्थाओं में कॉल कर अपने कुत्तों को छोड़ने की बात कह रहे हैं. नोएडा में 14 लोग अपने कुत्तों को एक संस्था के सामने रात में रोड पर बांधकर चले गए.
HSA एनिमल क्लीनिक एंड डिस्पेंसरी के फाउंडर संजय सिंह का कहना है कि अब तक करीब ढाई सौ कॉल देशभर से उनके पास आ चुकी हैं. डॉग्स लवर को अपने डॉगी को ट्रेंड करने की जरूरत है, न कि उन्हें घर से बाहर निकालने की. इन्हें ऐसे आप नहीं छोड़ सकते.
कई अलग-अलग ब्रीड के डॉग्स को उनके मालिक डॉक्टर की गैर मौजूदगी में बांध गए. इसकी वजह से डॉग्स का ट्रीटमेंट कर संस्था में रखना पड़ा. हाउस ऑफ स्टे एनिमल (HSA) एनिमल क्लीनिक एंड डिस्पेंसरी के फाउंडर संजय सिंह का कहना है कि जो पेट ऑनर के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है, उससे डॉग्स लवर डरे हुए हैं.

संजय ने कहा कि हमारी संस्था के आस पास कई बार लोग अपने कुत्ते बांधकर चले जाते हैं, जिन्हें हम नहीं देख पाते. अब तक करीब ढाई सौ लोगों के कॉल आ चुके हैं, जो अपने-अपने कुत्तों को हमारी संस्था में छोड़ना चाहते हैं.
संजय सिंह का कहना है कि आजकल सोशल मीडिया में कुत्तों द्वारा लोगों को काटे जाने वाली घटनाएं सामने आ रही हैं, उसका मतलब ये भी है कि लोग कुत्ते को ट्रेंड नहीं कर पाते हैं. उसे अच्छी ट्रेनिंग दी जाए और समय से नसबंदी कराई जाए तो ऐसी घटनाएं रुक सकती हैं.
उन्होंने कहा कि सोसाइटी का आरडब्ल्यूए जो नियम बना रहा है, वो गलत हैं. उनका यह अधिकार नहीं है कि वो किसी कुत्तों को लेकर नियम बना सकें. आरडब्लयूए सिर्फ सोसाइटी के लोगों के लिए अपने अधिकार में रहकर नियम बना सकती है. अगर वो ऐसा कर रहे हैं तो गलत कर रहे हैं.
संजय ने कहा कि हमारी संस्था के आसपास जो भी पेट ऑनर अपने कुत्ते को बांधकर चले जाते हैं, जिन्हें हम नहीं देख पाते है. अगर ऐसा कोई दिखाई देगा तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे.