उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के भोजपुर में दलितों ने पुलिस से शिकायत की है कि मुसलमानों के सलमानी समुदाय, जिन्हें पहले 'हज्जाम' के तौर पर जाना जाता था, ने दलितों के बाल काटने और उनकी दाढ़ी बनाने से मना कर दिया है. पीपलसाना गांव के दलितों ने एसएसपी मुरादाबाद को सौंपे एक पत्र में कहा है कि सलमानी समुदाय उन्हें अछूत मानता है. इस मामले में शनिवार को दलित महेश चंद्र ने रिपोर्ट दर्ज कराई है. पुलिस ने तीन लोगों को नामजद बनाया है और बाल न काटने के मामले में एससी-एसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की है.
सलमानी समाज के लोगों ने दलितों के बाल काटने से इनकार किया था जिसके बाद यह मामला गंभीर बनता गया. आपको बता दें भोजपुर के पीपलसाना में सलमानी समाज ने दलितों के बाल काटने का बहिष्कार किया था जिसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई. पुलिस ने एससी-एसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की है और तीन लोगों-रियाज, इशहाक और जाहिद को नामजद किया है.
दलित महेश चंद्र की शिकायत के बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 504, 39(1)जेडएडी, 3(1) जेडसी और एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. मामले की जांच डीएसपी विशाल यादव कर रहे हैं. विशाल यादव ने कहा, 'जांच में पता चला है कि दोनों समुदाय के बीच कुछ दिन पहले कुछ घटनाएं हुई थीं जिसके बाद नाई समुदाय ने दूसरे समुदाय के लोगों के बाल काटने बंद कर दिए. अगर किसी प्रकार का भेदभाव किया गया है तो इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.'
Vishal Yadav, Deputy Superintendent of Police: In investigation it was revealed that some incident occurred between the two groups in the past following which the barbers stopped cutting hair of the other group. Legal action will be taken if any discrimination is done. (13.7.19) pic.twitter.com/1qPxy90hbY
— ANI UP (@ANINewsUP) July 13, 2019
गांव के दलित राकेश कुमार ने कहा, "छुआछूत को बढ़ावा देने वाली ऐसी बातें दशकों से होती आ रही हैं लेकिन अब हमने इसके खिलाफ आवाज उठाने का फैसला कर लिया है." दलित समुदाय के एक और सदस्य ने कहा, 'कोई हमारा बाल काटने को तैयार नहीं है. प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि मामला सुलझा लिया जाएगा लेकिन दुकानें पिछले तीन दिनों से बंद हैं.'
राकेश ने कहा कि उसके पिता और पूर्वजों को बाल कटवाने के लिए भोजपुर या शहर जाना पड़ता था, "क्योंकि सलमानी समुदाय हमें छूने से परहेज करता है." राकेश ने आगे कहा, "समय बदल चुका है और हम इसके खिलाफ अपनी आवाज उठाएंगे." इस बीच, एसएसपी से की गई शिकायत के विरोध में सलमानी समुदाय ने शुक्रवार को अपनी दुकानें बंद रखीं. मुरादाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक ने कहा कि उन्हें शिकायत मिली है और उन्होंने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा, "अगर आरोप सही पाए गए तो हम कठोर कदम उठाएंगे."