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लखनऊ: धरने पर बैठे ख्वाजा मोईनुद्दीन यूनिवर्सिटी के छात्र, गार्ड्स से पिटाई करवाने का आरोप

ख्वाजा मोईनुद्दीन यूनिवर्सिटी के छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों का आरोप है कि उनके साथ गार्डों ने मारपीट की. उनके खिलाफ जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल किया गया. इतना ही नहीं मुस्लिम छात्रों को हॉस्टल में रहने की अनुमति नहीं दी जा रही है.

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ख्वाजा मोईनुद्दीन यूनिवर्सिटी में धरना देते छात्र
ख्वाजा मोईनुद्दीन यूनिवर्सिटी में धरना देते छात्र
स्टोरी हाइलाइट्स
  • ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती यूनिवर्सिटी का मामला
  • यूनिवर्सिटी के छात्रों का आरोप- गार्डों ने की मारपीट

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती यूनिवर्सिटी के छात्र धरने पर बैठ गए हैं. छात्र कुलपति से मुलाकात की मागं कर रहे हैं. छात्रों का आरोप है, 'प्रॉक्टर ने छात्रों से कहा है कि मुस्लिम छात्रों को हॉस्टल नहीं दिया जाएगा.'

फिलहाल, यूनिवर्सिटी में तनाव की स्थिति बनी हुई है. ख्वाजा मोईनुद्दीन यूनिवर्सिटी मड़ियांव थाना क्षेत्र के आईआईएम रोड पर स्थित है. 

बताया जा रहा है कि दो दिन पहले ही अनुशासनहीनता के आरोप में तीन छात्रों को छात्रावास से निष्कासित कर दिया गया था. आरोप है कि इन छात्रों की गार्डों द्वारा पिटाई भी करवाई गई थी. छात्रों का कहना है कि उन्होंने प्रशासन के खिलाफ आवाज उठाई थी, इसलिए गार्डों से पिटाई करवाई गई. 
 
मुस्लिम स्टूडेंट्स को हॉस्टल न देने का आरोप

छात्रों ने यूनिवर्सिटी के कुलपति को लिखे पत्र में शिकायत की है कि हॉस्टल में लगातार तानाशाही बढ़ती जा रही है. बिना किसी निष्पक्ष जांच के छात्रों को हॉस्टल से निकलवा दिया गया. इसके खिलाफ आवाज उठाने वाले छात्रों को धमकाया गया. उनके खिलाफ जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल कर अपमानित किया गया. 

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छात्रों ने अपनी शिकायत में कहा, हॉस्टल में नियुक्त गार्ड्स को पर्सनल नौकर और गुंडों की तरह इस्तेमाल किया जाता है. जिन गार्ड्स को बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है, वे बच्चों को लाठियों से मार रहे हैं. साथ ही इनका इस्तेमाल प्रॉक्टर नौकरों की तरह कर रहा है. 

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