बदांयू लोकसभा सीट पर इस बार पिछले लोकसभा के मुकाबले ज्यादा मतदान हुआ है. यहां पर कुल 58.98 फीसदी मतदान हुआ. 2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर 57.77 फीसदी मतदान हुआ था. चुनाव आयोग के मुताबिक 2019 में यूपी में 61.35 फीसदी मतदान हुआ. इस बार इस सीट से 9 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. मतदान के बाद अब वोटर्स और उम्मीदवारों को 23 मई का इंतजार है.
लोकसभा चुनाव अपडेट्स
- बदायूं लोकसभा सीट पर मतदाताओं का खासा उत्साह दिखा. यहां शाम 6 बजे तक 57.50 फीसदी मतदान हुआ. दूसरी ओर तीसरे चरण में 117 संसदीय सीटों पर 61.31 फीसदी मतदान दर्ज किया गया. उत्तर प्रदेश में 10 संसदीय सीटों पर औसतन 60.52 फीसदी मतदान हुआ. 5 बजे तक हुई पश्चिम बंगाल में 78.94 फीसदी वोटिंग हुई. यह अंतिम आंकड़ा नहीं है और इसमें बदलाव हो सकता है. 4 राज्य और 1 केंद्र शासित प्रदेशों में 70 फीसदी से ज्यादा वोट पड़े.
Estimated voter turnout till now for the 3rd phase of the #LokSabhaElections2019 is 61.31%. Voting for 116 parliamentary constituencies across 13 states and 2 union territories is being held today. pic.twitter.com/BhPmIG44yK
— ANI (@ANI) April 23, 2019
- 3 बजे तक बदायूं में 43.76 फीसदी मतदान हो चुका है. वहीं देश में तीसरे चरण में कराए जा रहे मतदान में 117 संसदीय सीटों पर अब तक 51.15 फीसदी मतदान हो चुका है. उत्तर प्रदेश में मतदान पर नजर डाली जाए तो यहां पर प्रदेश के 10 संसदीय सीटों पर 3 बजे तक 46.99 फीसदी मतदान हो चुका है. इस समय तक सबसे ज्यादा मतदान पश्चिम बंगाल में हुआ जहां 67.52 फीसदी वोटिंग हुई.
Estimated voter turnout till now for the 3rd phase of the #LokSabhaElections2019 is 51.15%. Voting for 116 parliamentary constituencies across 13 states and 2 union territories is being held today. pic.twitter.com/mV9g0JmSq1
— ANI (@ANI) April 23, 2019
1 बजे तक राज्यों में हुए मतदान का प्रतिशत
- दोपहर 1 बजे तक बदायूं में 25.56 फीसदी मतदान हो चुका है. वहीं देश में तीसरे चरण में कराए जा रहे मतदान में 117 संसदीय सीटों पर अब तक 37.89 फीसदी मतदान हो चुका है.
-सुबह 11 बजे तक बदायूं में 21.20 फीसदी मतदान हो चुका है. तीसरे चरण के तहत आज मंगलवार को 10 संसदीय क्षेत्रों में अब तक 22.64% मतदान हो चुका है.
-सुबह 9 बजे तक बदायूं में 11.30 फीसदी मतदान हो चुका है.
बदायूं उत्तर प्रदेश के उन चंद लोकसभा सीटों में शामिल है जिसे समाजवादी पार्टी (सपा) का अजेय दुर्ग कहा जाता है. एक बार फिर सपा यहां से फतह हासिल करना चाहेगी तो भारतीय जनता पार्टी ने भी दमदार उम्मीदवार उतारकर कड़ी चुनौती देने की कोशिश की है, अब देखना होगा कि इस बार सपा अपना दुर्ग बचाने में कामयाब होती है या फिर बीजेपी यहां सेंध लगाने में सफल हो पाती है.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बदायूं लोकसभा क्षेत्र से 9 उम्मीदवार मैदान में हैं. मुख्य मुकाबला सपा के उम्मीदवार धर्मेंद्र यादव और बीजेपी की संघमित्रा मौर्य से है. कांग्रेस ने सलीम इकबाल शेरवानी को मैदान में उतारा है. इनके अलावा 4 उम्मीदवार बतौर निर्दलीय अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
अजेय समाजवादी पार्टी
बदायूं लोकसभा क्षेत्र को समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है और पिछले 6 लोकसभा चुनाव से सपा इस सीट पर अजेय रही है. सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के भतीजे धर्मेंद्र यादव अभी यहां से सांसद हैं और वह लगातार दो बार यहां से चुनाव जीत भी चुके हैं. 2014 के चुनाव में मोदी लहर के बावजूद सपा ने यहां पर बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी, ऐसे में अब जब समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच गठबंधन हो गया है तो भारतीय जनता पार्टी के लिए यहां से राह आसान नहीं दिख रही.
बीते करीब दो दशक में सपा का गढ़ बन चुकी बदायूं लोकसभा सीट पर शुरुआती दौर में कांग्रेस का मिला जुला असर रहा था. शुरुआती दो चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली, लेकिन 1962 और 1967 में भारतीय जनसंघ ने बड़े अंतर से चुनाव जीता. 1977 के चुनाव को छोड़ कांग्रेस ने 1971, 1980 और 1984 में जीत हासिल की थी.
1984 के बाद कांग्रेस नहीं जीती
हालांकि 1984 के बाद कांग्रेस फिर कभी इस सीट पर जीत हासिल नहीं कर सकी. 1989 में बदायूं सीट चुनाव जनता दल के खाते में गई और 1991 में भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट पर कब्जा जमाया. 1996 में सलीम इकबाल ने चुनाव जीतकर समाजवादी पार्टी की जीत का जो सिलसिला शुरू किया वो अब तक कायम है. सलीम इकबाल ने लगातार चार बार चुनावी जीत का परचम लहराया.
2009 में इस सीट पर यादव परिवार की एंट्री हुई और मुलायम सिंह के भतीजे धर्मेंद्र यादव ने जीत दर्ज की. पिछले चुनाव में भी उन्होंने आसानी से बीजेपी के प्रत्याशी को मात दी.
बदायूं लोकसभा सीट पर यादव और मुस्लिम मतदाताओं का वर्चस्व है. यहां दोनों ही मतदाता करीब 15-15 फीसदी हैं. 2014 के आंकड़ों के अनुसार यहां करीब 18 लाख मतदाता हैं, इसमें 9.7 लाख पुरुष और 7.9 लाख महिला मतदाता हैं.
बदायूं लोकसभा क्षेत्र में कुल 5 विधानसभा सीटें गुन्नौर, बिसौली, सहसवान, बिल्सी और बदायूं आती हैं. हालांकि 2017 विधानसभा चुनाव में सहसवान सीट पर ही समाजवादी पार्टी जीत पाई थी, जबकि बाकी सभी सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने बाजी मारी थी.
2014 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के धर्मेंद्र यादव ने यहां एकतरफा जीत हासिल की, उन्हें करीब 48 फीसदी वोट मिले थे. 2014 में मोदी लहर के भरोसे चुनाव में उतरी बीजेपी का जादू यहां नहीं चला और उनके उम्मीदवार को सिर्फ 32 फीसदी ही वोट मिले थे. 2014 के चुनाव में इस सीट पर कुल 58 फीसदी मतदान हुआ था, जिसमें से करीब 6200 वोट NOTA में गए थे.
चुनाव की हर ख़बर मिलेगी सीधे आपके इनबॉक्स में. आम चुनाव की ताज़ा खबरों से अपडेट रहने के लिए सब्सक्राइब करें आजतक का इलेक्शन स्पेशल न्यूज़लेटर