
उत्तर प्रदेश के चंदौली में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जिले के नक्सल प्रभावित इलाके नौगढ़ क्षेत्र के एक गांव में हैंडपंप से अचानक नीले रंग का पानी निकलने से लोगों में दहशत का माहौल है. उधर ग्रामीणों की सूचना पर जल निगम की टीम ने हैंडपंप से निकले हुए पानी का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है. जल निगम के अधिकारियों का कहना है कि जांच की रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्थिति स्पष्ट हो पाएगी कि आखिर हैंडपंप से निकल रहा नीले रंग का पानी क्या है और क्यों निकल रहा है.
नीले रंग के पानी का क्या रहस्य?
यह तस्वीर पूर्वी उत्तर प्रदेश के नक्सल प्रभावित इलाके नौगढ़ तहसील के जमसोती गांव में लगे एक हैंडपंप की है जिसमें से नीले रंग का पानी निकल रहा है. यह हैंडपंप चकिया-नौगढ़ मार्ग पर स्थित जमसोती गांव के रहने वाले कैलाश यादव के घर के पास तकरीबन 19 साल पहले लगा था. इस हैंडपंप से हमेशा से सामान्य पानी निकलता था लेकिन 28 मई की सुबह जब लोगों ने इस हैंडपंप को चलाया तो अचानक इस हैंडपंप से नीले रंग का पानी निकलने लगा जिसको देखकर लोग हैरान भी हुए और लोगों में भय भी देखने को मिला.
कैलाश नाथ यादव जिनके घर के सामने यह हैंडपंप लगा है,बताते हैं कि 28 तारीख की सुबह 6:30 बजे आए और हैंडपंप को चलाया तो उसमें से नीले कलर का पानी आने लगा. उसके बाद मैंने दो-चार बाल्टी उसमें भरा और देखा तो पानी में कोई बदलाव नहीं था. फिर बाल्टी में पानी भरकर हमने रख दिया. हमने सोचा कि पानी का कलर कैसा है, कहीं जहरीला पदार्थ तो नहीं है? 19 साल हो गए इस हैंडपंप को लगे हुए ऐसा कभी नहीं हुआ था.
गांव वालों ने क्या बताया है?
एक अन्य ग्रामीण संतोष यादव ने बताया कि चौकी इंचार्ज और लेखपाल आए थे, लिख पढ़ कर ले गए. इसका सैंपल भी ले गए हैं. इस हैंडपंप को बंद कर दिए हैं. हम लोगों के अंदर डर है कि कहीं जहरीला पदार्थ या मिट्टी के तेल टाइप का तो कुछ नहीं है, जिसको पीने से नुकसान हो जाए. अभी हम लोग 400 मीटर दूर से पानी ला रहे हैं.

दरअसल चंदौली जिले का नौगढ़ तहसील का क्षेत्र पहाड़ी इलाका है और इस इलाके में छोटे-छोटे कम आबादी वाले गांव बसे हुए हैं. पहाड़ी इलाके के गांवों में पेयजल के लिए जल निगम द्वारा हैंडपंप लगवाए गए हैं और यह हैंडपंप भी जल निगम द्वारा तकरीबन 20 साल पहले लगाया गया था. लेकिन अचानक इस हैंडपंप से नीले रंग के पानी निकलने से लोगों में दहशत का माहौल है और लोगों ने इस हैंडपंप से पानी पीना बंद कर दिया है.
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नगर निगम ने क्या एक्शन लिया?
इस संदर्भ में चंदौली के जल निगम के एक्सईएन हेमंत कुमार ने बताया कि जमसोती गांव में इस तरह का पहला मामला सामने आया है. इसका सैंपल मंगा कर हम लोग अपने डिस्ट्रिक्ट लैब में टेस्टिंग के लिए भेज रहे हैं. सैंपल का रिपोर्ट आने के बाद ही इसमें कुछ कहा जा सकता है कि ऐसा क्यों हो रहा है. फिलहाल हैंडपंप को खुलवा दिया गया है ताकि उसका इस्तेमाल ना हो सके और वैकल्पिक व्यवस्था के लिए वहां के लोगों के लिए टैंकर से पानी की व्यवस्था की जाएगी.