सरकार जहां एक तरफ मजदूरों को आत्मनिर्भर और स्वाबलंबी बनाने के लिए नई-नई योजनाएं चला रही हैं, वहीं गोरखपुर से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद और भोजपुरी अभिनेता रवि किशन पर मजदूरों ने मजदूरी ना देने का आरोप लगाया था. इसकी शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हुई तो रवि किशन ने आनन-फानन में मजदूरी दे दी है.
दरअसल, मजदूरी ना मिलने के कारण मजदूरों ने उत्तर प्रदेश सरकार के जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत की. साथ ही साथ बुधवार को गुरु पूर्णिमा के दिन सुबह 7 बजे गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर पर जाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जनता दरबार के दौरान शिकायत कर प्रार्थना पत्र सौंपा.
प्रार्थना पत्र में मजदूरों ने कहा, 'हम सभी मजदूरों का परिवार मजदूरी से चलता है. हम लोग मजदूरी करके अपना जीविकोपार्जन चलाते हैं और बेरोजगार हैं. गोरखपुर के सांसद रवि किशन शुक्ला के रामगढ़ ताल में बने घर में गृह प्रवेश का कार्यक्रम था, जिसमें उन्हें कार्यक्रम की व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी गई थी.'
शिकायत में मजदूरों ने आगे कहा, 'गृह प्रवेश में व्यवस्थाओं को पूरा करने के बावजूद भी उन्हें पैसे नहीं दिए गए.' जनता दरबार में मजदूरों द्वारा सीएम योगी आदित्यनाथ से शिकायत करने के बाद मामला मीडिया में आया और फिर मामले ने तूल पकड़ लिया.
इस मामले में मजदूर विशाल साहनी ने बताया, 'पिछले माह की 11 तारीख को रवि किशन शुक्ला के रामगढ़ ताल स्थित नए घर में गृह प्रवेश का कार्यक्रम था, इस दौरान हम लोगों को सांसद रवि किशन के सहयोगी समरेंद्र सिंह, जय यदुवंशी, पवन दुबे और अभिषेक जायसवाल ने बुलाकर गृह प्रवेश के कार्यक्रम की जिम्मेदारी 2 लाख 48 हज़ार में दी. इसमें हम लोगों ने वेटर, माली, लाइट साउंड, टेंट की व्यवस्था की.'
मजदूर विशाल साहनी ने आगे बताया, 'सारी व्यवस्था करने के बाद हमें सिर्फ 40 हज़ार दिया गया, बाकी रकम नहीं दी गई. हम लोग जब अपने बचे हुए पैसे मांगने की बात कही तो सांसद के सहयोगियों के द्वारा लगातार धमकाया गया और कहा गया कि अगर ज्यादा हल्ला किया तो मारपीट कर जेल में बंद करवा देंगे.'
मज़दूर ने बताया, 'हम गरीबों की खिल्ली उड़ाई जाती है और खुलेआम धमकी दी जाती है. ऐसे में हम लोग बहुत परेशान हो चुके थे, जिसके चलते हम लोगों ने उत्तर प्रदेश सरकार के जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज की और फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जाकर न्याय की गुहार लगाई.'
मजदूर विशाल ने यह भी बताया, 'जनता दरबार में शिकायत करने के बाद बुधार रात 8 बजे सांसद रवि किशन का खुद फोन आया और उन्होंने कहा कि अपने बचे हुए पैसे आकर ले जाएं. उनको इस बारे उनको जानकारी नहीं थी, जिसके बाद हम लोगों को सीएम योगी द्वारा मदद का हाथ बढ़ाने पर बचे हुए रुपये अब मिल गए हैं.'