उत्तराखंड में बाढ़ से हुई तबाही से चौकन्ना हुए जिला प्रशासन ने यमुना और हिंडन के तटों से सटे 30 गांवों में रेड अलर्ट की घोषणा की.
सूत्रों ने बताया कि 30 गांवों के निवासियों को अन्य स्थानों पर जाने के लिए तैयार रहने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को रहने की अस्थायी सुविधा प्रदान करने के लिए जिले के प्राथमिक विद्यालय भवनों में व्यवस्था की गयी है.
जिलाधिकारी कुमार रविकांत सिंह ने दोनों नदियों के तटों पर स्थित गांवों का निरीक्षण किया और सिंचाई विभाग से तटबंध को कोई नुकसान होने से बचाने को कहा.
उन्होंने अधिकारियों से यह भी सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने को कहा कि बाढ़ का पानी गांवों में न घुसे.