आधी दिल्ली डूबने के कगार पर है. यमुना में उफान है, यमुना का जलस्तर गुरुवार सुबह 207.28 मीटर मीटर पहुंच गया है. रात में यह 207.38 मीटर तक पहुंच गया था.
दिल्ली के 19 इलाके बाढ़ से प्रभावित हैं. इससे पहले बाढ़ और राहत कार्य के प्रभारी ने कहा ता कि गुरूवार को पानी घटना शुरू होगा. इससे पहले तेज बहाव से यूपी कैनाल की पाइपलाइन फट गयी.
तिब्बती मार्केट में घुटनों तक पानी भर गया है. सोनिया विहार, जैतपुर की कुछ कॉलोनियों में भी पानी भर गया है. पुराना लोहे के पुल को ट्रैफिक के लिए बंद कर दिया गया है. कई इलाके खाली करा लिए गए हैं. इनमें 28 गांव हैं. सेना के जवान भी तैनात हैं.
नोएडा फरीदाबाद में भी अलर्ट है. राजधानी में 27 जगहों पर रेस्क्यू बोट तैनात है. सिर्फ पूर्वी दिल्ली में 22 रेस्क्यू कैंप बनाए गए हैं. पुराना लोहे के पुल को ट्रैफिक के लिए बंद कर दिया गया है. कई इलाके खाली करा लिए गए हैं, इनमें 28 गांव हैं. लोगों की मदद के लिए 27 जगहों पर नाव तैनात की गई हैं.
वहीं, फरीदाबाद में बाढ़ के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने मंगलवार को 40 गोताखोरों की मीटिंग बुलाई. इस मीटिंग में बाढ़ में बचाव से जुड़ी तैयारियों की ट्रेनिंग दी गई. जिला प्रशासन ने इन गोताखोरों को विशेष तौर पर प्रशिक्षण के लिए बुलाया था. इन सभी गोताखोरों की एक सूची बनाई गई है. प्रशासन ने उनके मोबाइल और वैकल्पिक नंबर भी मांगे हैं ताकि जरूरत पड़ने पर फौर उनसे संपर्क किया जा सके. यह सभी गोताखोर या तो सरकारी कर्मचारी हैं या प्रोफेशनल स्विमिंग कोच है.

उल्लेखनीय है कि मंगलवार को दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी डी एम सपोलिया ने डीसी, एसडीएम, एमसीडी, ट्रैफिक पुलिस, डिविजनल कमिश्नर और एयरपोर्ट के अधिकारियों के साथ आपात बैठक की, जिसमें इस खतरे से निपटने के तमाम उपायों पर सुझाव मांगे गए. इसके साथ ही हर सरकारी एजेंसी को एकजुट होकर काम करने का आदेश दिया गया है.
यह पहली बार है कि हथिनीकुंड बैराज से इतना पानी एक साथ छोड़ा गया. इससे पहले सितंबर 2010 में 7.44 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, जिससे यमुना का जलस्तर 22 सितंबर को 207.11 मीटर पर पहुंच गया था. यमुना का यह जलस्तर पिछले 100 सालों में सबसे अधिक था.