उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद से एक दर्दनाक घटना सामने आई है. जहां बीच सड़क पर बेटे की गोद में पिता ने तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया. हालत खराब होने पर 65 साल के बुजुर्ग को उनका बेटा सोमवार शाम करीब 5 बजे सरकारी ट्रॉमा सेंटर में इलाज के लिए लाया था. वहां उन्हें बताया गया कि ट्रॉमा सेंटर में ऑक्सीजन नहीं है, उन्हें किसी दूसरे अस्पताल में ले जाओ.
मृतक के बेटे ने रो-रोकर बताया कि सोमवार शाम को साढ़े पांच बजे वो अपने बीमार पिता को सरकारी ट्रॉमा सेंटर में लाया था. जहां उनका इलाज शुरू किया गया. इसके बाद उसे बोला गया कि इन्हें ऑक्सीजन की जरूरत है और सरकारी ट्रॉमा सेंटर में ऑक्सीजन नहीं है. इसलिए जल्दी से किसी दूसरे अस्पताल ले जाओ.
फिर वो अपने बीमार पिता को प्राइवेट हॉस्पिटल ले जाने लगा और तभी रास्ते में बुजुर्ग की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई और बेटे को अपने पिता को रास्ते में ही सड़क पर लेटाना पड़ा. इस दौरान उसने एंबुलेंस की मदद मांगी लेकिन कहीं से कुछ नहीं मिला और बेटे की गोद में पिता ने दम तोड़ दिया. बेटे का कहना है कि अगर उनके पिता को सरकारी ट्रॉमा सेंटर पर सही इलाज मिल गया होता तो उनके पिता जिंदा होते.
इस दौरान बेटे ने अपने पिता को बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन मदद न मिलने की वजह से बुजुर्ग ने बीच सड़क दम तोड़ दिया. बता दें, उत्तर प्रदेश में कोरोना कहर बरपा रहा है, अस्पतालों में बेड्स और ऑक्सीजन की किल्लत लगातार जारी है. जिसकी वजह से मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है.