तरुण तेजपाल मामले में अब तहलका की मैनेजिंग एडिटर शोमा चौधरी की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं. तरुण तेजपाल पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला पत्रकार ने पत्रिका से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने तेजपाल और मैनेजिंग एडिटर शोमा चौधरी पर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश करने, डराने धमकाने और चरित्र हनन करने का हथकंडा करने के गंभीर आरोप लगाए हैं.
इन आरोपों को खारिज करते हुए चौधरी ने कहा, 'बिना शर्त माफी मांगकर आप किस तरह से मामले को रफा-दफा करेंगे. उनकी बिना शर्त माफी को उन्हें खुद को बलात्कारी मान लेने के रूप में पेश किया जा रहा है. अगर लोग समझने का प्रयास करेंगे तब वे इस बात को समझ सकेंगे.' बहरहाल, महिला पत्रकार ने कहा कि पत्रिका की कर्मचारी के रूप में 'किसी प्रकार के दबाव से मुक्त होने के लिए' उन्होंने इस्तीफा दिया है.
शोमा चौधरी को लिखे पत्र में पीड़िता ने कहा, 'ऐसे समय में जब मैं अपने आप को ऐसे अपराध की पीड़ित के रूप में पाती हूं तब मैं यह देख कर हैरान हूं कि तहलका की मैनेजिंग एडिटर के तौर पर आप डराने-धमकाने और चरित्र हनन का हथकंडा अपना रही हैं.'
उन्होंने लिखा, '7 नवंबर के बाद घटना की सीरीज के मद्देनजर यह केवल इतनी बात नहीं है कि तेजपाल ने कर्मचारी के तौर पर मुझे विफल किया, बल्कि तहलका ने महिला कर्मचारियों, पत्रकारों को समग्र रूप से विफल किया है. कृपया मेरा इस्तीफा तत्काल स्वीकार करें.' गौरतलब है कि गोवा पुलिस ने तेजपाल के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज किया है.
सूत्रों ने कहा कि महिला पत्रकार ने दो दिन पहले ही तहलका प्रबंधन को अपना इस्तीफा भेज दिया था, क्योंकि वह संस्थान की कर्मचारी के रूप में किसी प्रकार के दबाव से मुक्त होना चाहती थी. महिला पत्रकार ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा था कि तेजपाल को बचाने के लिए उन पर तथा उनके परिवार पर दबाव डाला जा रहा है और धमकाया जा रहा है.
इस मामले में तहलका प्रबंधन से नाखुश सलाहकार संपादक जय मजूमदार और सहायक संपादक रेवती लाउल ने भी इस्तीफे दे दिए हैं.
ऐसी खबरें हैं कि तहलका के साहित्य संपादक सौगत दासगुप्ता ने भी इस्तीफा दे दिया है और कई अन्य लोगों के भी आने वाले दिनों में पद छोड़ने की आशंका है.
गोवा पुलिस की तीन सदस्यीय टीम ने पिछले दो दिनों में तहलका की मैनेजिंग एडिटर शोमा चौधरी और तीन अन्य कर्मचारियों से पूछताछ की. महिला पत्रकार ने तीन सहकर्मियों का जिक्र किया था जिनके साथ उन्होंने गोवा के एक होटल की लिफ्ट में हुई कथित घटना के बाद बातचीत की थी.
उधर, तेजपाल ने अग्रिम जमानत के लिए दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जिस पर आज सुनवाई है. गोवा पुलिस ने इस घटना के संबंध में 22 नवंबर को तेजपाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी.