गोवा पुलिस ने उन तीन गवाहों के बयान आज दर्ज किए, जिनसे महिला पत्रकार ने तहलका पोर्टल के संपादक तरुण तेजपाल के हाथों कथित यौन उत्पीड़न के बाद घटना के बारे में बात की थी. सूत्रों ने बताया कि गोवा पुलिस ने उन गवाहों के बयान यहां गोवा सदन में दर्ज किए.
महिला पत्रकार ने कथित रूप से अपनी शिकायत की प्रतियां तहलका की प्रबंध संपादक शोमा चौधरी को भेजी थी. उसने इस शिकायत में कथित रूप से अपने तीन सहयोगियों के नाम की चर्चा की थी और कहा था कि शोमा घटनाओं के संबंध में तथ्यों का मिलान उनसे कर सकती हैं.
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस रविवार को तेजपाल से कोई पूछताछ नहीं करने जा रही है. इस बीच, तेजपाल के वकील ने कहा कि गोवा पुलिस ने उनसे या उनके मुवक्किल से अब तक कोई संपर्क नहीं किया है. तेजपाल की गिरफ्तारी की संभावना को भी खारिज नहीं किया जा सकता. गोवा पुलिस के विशेष जांच दल ने कल शोमा से तकरीबन 9 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की.
सूत्रों ने बताया कि पुलिस उपाधीक्षक सामी टेवर्स के नेतृत्व में गोवा पुलिस का तीन सदस्यीय दल सोमवार को ग्रेटर कैलाश पार्ट-2 स्थित तहलका कार्यालय में गया था और शोमा तथा पत्रिका के कुछ अन्य कर्मचारियों से पूछताछ की थी.
सूत्रों ने बताया कि इस दल में मामले की जांच अधिकारी सुनीता सावंत भी शामिल हैं और उस दल ने शोमा तथा तहलका के अन्य कर्मचारियों के बयान दर्ज किए, जिनसे उन्होंने पूछताछ की थी. इस बीच, तहलका पत्रिका ने ट्विटर पर अपने संदेश में कहा कि गोवा पुलिस ने जो दस्तावेज मांगे, शोमा ने उन्हें दिए और वह जांच में सहयोग करना जारी रखेंगी.
सूत्रों ने बताया कि गोवा पुलिस ने शोमा से पूछा कि इस प्रकरण की जानकारी उन्हें सबसे पहले कब हुई. उन्होंने प्रबंध संपादक से घटनाक्रम के बारे में पूछा. उन्होंने बताया कि गोवा पुलिस का दल शोमा, महिला पत्रकार और तेजपाल के बीच के ईमेल संदेश का सिलसिला अपने संरक्षण में लिया.
सूत्रों के अनुसार गोवा पुलिस के दल ने शोमा के मोबाइल फोन, टैबलेट फोन और लैपटॉप की भी जांच की.