पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनकड़ ने शनिवार को कोलकाता स्थित राजभवन में छात्रों के एक कार्यक्रम को संबोधित किया. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आज वे जो कुछ भी हैं शिक्षा के चलते हैं और उन्होंने छात्रों से अपील की कि उन्हें अपने शिक्षकों का हमेशा सम्मान करना चाहिए.
राज्यपाल जगदीप धनकड़ ने कहा, आज मैं जो कुछ भी हूं, शिक्षा की बदौलत हूं. यदि आप किसी देश या समाज को नष्ट करना चाहते हैं तो इसके लिए युद्ध शुरू करने की जरूरत नहीं है. शिक्षा प्रणाली को नष्ट कर दें, यह अपने आप हो जाएगा. इससे समाज टूटेगा. धन किसी भी दिन आ सकता है लेकिन शिक्षा नहीं आ सकती. कृपया अपने शिक्षक का पहले की तरह सम्मान करें.
WB Guv: But when I Iook at the present state, I'm a worried man. We need to do something about the environment. I've undertaken to myself that I'll use my entire energy because if education system here improves,universities become temple of education,Bengal will be very different pic.twitter.com/jlwAskIZO7
— ANI (@ANI) September 21, 2019
राज्यपाल ने आगे कहा, मैं कई यूनिवर्सिटी का चांसलर हूं, तब भी मैं काफी चिंतित हूं. बंगाल काफी बड़ी जगह है. यहां ऐसे ऐसे बड़े लोग हैं जो दुनिया में कहीं नहीं मिलेंगे लेकिन जब मैं मौजूदा दौर पर निगाह डालता हूं तो चिंता में पड़ जाता हूं. यहां के माहौल के लिए हमें कुछ करना चाहिए. मैं छात्रों का अभिभावक हूं, इसलिए जब तक शासन में हूं, मैं उनके लिए सबकुछ करूंगा.
राज्यपाल ने कहा, मैंने खुद से वादा किया है कि मैं अपनी पूरी ऊर्जा का उपयोग करूंगा क्योंकि अगर यहां शिक्षा प्रणाली में सुधार होता है, तो विश्वविद्यालय शिक्षा के मंदिर बन जाएंगे और बंगाल बहुत अलग होगा. राज्यपाल ने कहा, एक ऐसी व्यवस्था बनाने की जरूरत है, जहां गैरकानूनी गतिविधियां, हानिकारक राजनीति शिक्षा प्रणाली में मौजूद न हो.