बोधगया सीरियल ब्लास्ट की जांच में सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को अहम सुराग मिले हैं. पुलिस की नजर फुटेज में दिख रहे उन तीन संदिग्धों पर आकर टिक गई है, जो धमाकों से कुछ देर पहले बैग लेकर महाबोधि मंदिर की ओर गए थे. इन संदिग्धों में एक महिला भी है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक अभी संदिग्धों की पहचान नहीं की जा सकी है. पुलिस ने कल धमाकों की सीसीटीवी फुटेज जारी की थी. इसके अलावा मंदिर की 500 जीबी की वीडियो रिकॉर्डिंग को भी पुलिस ने कब्जे में लिया है.
पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध गतिविधियां देखी गई हैं और इस आधार पर और गिरफ्तारियां हो सकती हैं.
नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) की पांच टीमें जांच में जुट गई हैं. जांच एजेंसी ने तिहाड़ और पुणे जेल में बंद इंडियन मुजाहिदीन के दो आतंकियों से पूछताछ की है. कोलकाता से रविवार को पकड़े गए आईएम आतंकी अनवर हुसैन से भी पूछताछ की जाएगी. वह भटकल बंधुओं का करीबी बताया जा रहा है.
बिहार पुलिस ने विनोद मिस्त्री नाम के शख्स से भी पूछताछ की है जिसका पहचान पत्र मंदिर में मिला था. उसे गया के एक गांव से रविवार शाम हिरासत में लिया गया था.
धमाकों के वक्त मंदिर परिसर के 16 सीसीटीवी कैमरों में से 15 काम कर रहे थे.
भगवान बुद्ध की ज्ञान स्थली को दहलाने के लिए आतंकियों ने महाबोधि मंदिर परिसर और इसके आस-पास कुल 13 बम रखे थे, जिनमें से दस में धमाका हुआ.