रेलवे ने शताब्दी और राजधानी जैसी प्रीमियम ट्रेनों में लोगों की शिकायत के निवारण के लिए सिंगल विंडो सोल्यूशन के तौर पर ट्रेन कैप्टन नियुक्त करने शुरू कर दिए हैं.
इसी सिलसिले में उत्तर रेलवे के दिल्ली डिवीजन में नई दिल्ली से चलने वाली गुवाहाटी राजधानी को पहले पहल ट्रेन कैप्टन के अंडर में चलाया गया है.
दिल्ली डिवीजन के डीआरएम आरएन सिंह के मुताबिक लंबी दूरी की मेल एक्सप्रेस गाड़ियों में खान-पान, हाउसकीपिंग सेफ्टी और सिक्योरिटी समेत तमाम ऐसी चीजें हैं जिनको लेकर रेल यात्रियों को शिकायतें रहती हैं.
रेल यात्रियों को अक्सर यह लगता है कि वह अपनी समस्याओं को लेकर कहां जाएं, इस दिक्कत को दूर करने के लिए रेलवे ने प्रीमियम ट्रेनों में ट्रेन कैप्टन नियुक्त करने शुरू कर दिए हैं. डीआरएम आरएन सिंह के मुताबिक रेलवे की इस व्यवस्था से लोगों की समस्याएं काफी हद तक सुलझाएंगे.
राजधानी, शताब्दी, दुरंतो और दूसरी प्रीमियम गाड़ियों में पहले से ही कार्यरत ट्रेन सुपरिंटेंडेंट को ट्रेन कैप्टन के रूप में नॉमिनेट किया गया है. ट्रेन कैप्टन के रूप में नामित अधिकारी टिकट जांच के अतिरिक्त गाड़ी में ऑन रोड सभी प्रकार की सेवाओं और सुविधाओं के लिए उत्तरदाई होंगे.
रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक दूसरी ऐसी गाड़ियां जहां पर ट्रेन सुपरिंटेंडेंट नहीं हैं. वहां पर टिकट जांच कर्मचारियों में से सबसे वरिष्ठ कर्मचारी को ट्रेन कैप्टन के रूप में नॉमिनेट किया जाएगा.
ट्रेन कैप्टन को ट्रेन कैप्टन का बिल्ला दिया जाएगा यात्रियों को शिकायत भुगतान बोर्ड सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए आउटसोर्सिंग के सभी सुपरवाइजर और सभी ऑन बोर्ड रेलवे कर्मचारी ट्रेन कैप्टन को रिपोर्ट करेंगे यात्रियों को सूचना के लिए नियमित अंतराल पर ट्रेन के ऑन बोर्ड यात्री उद्घोषणा प्रणाली पर ट्रेन कैप्टन का नाम एवं संपर्क करने के लिए मोबाइल नंबर की उद्घोषणा की जाएगी ट्रेन कैप्टन यात्रा के दौरान पाई गई कमियों के साथ यात्रियों की शिकायतों को नोट करेगा और यात्रा की समाप्ति पर इन शिकायतों के निदान के लिए उसने क्या कार्यवाही की इसको भी रिपोर्ट करेगा.
गुवाहाटी राजधानी में सफर कर रहे यात्रियों से ट्रेन की इस नई सुविधा के बारे में जब बात की गई तो उन्होंने यह उम्मीद जताई कि इससे यात्रियों की परेशानियां थोड़ी कम होगी.