सरकार ने आज साल 2008 के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी जिसमें मराठी फिल्म ‘जोगवा’ ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता समेत पांच पुरस्कार अपनी झोली में डालकर धूम मचा दी. इसके नायक उपेंद्र लिमये को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता तथा प्रियंका चोपड़ा को फिल्म ‘फैशन’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के खिताब से नवाजा गया.
निर्देशक अनिरूद्ध राय चौधरी की बांग्ला फिल्म ‘अंतहीन’ को सर्वश्रेष्ठ फिल्म और तमिल निर्देशक बाला को ‘नान कदावुल’ के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार देने की घोषणा की गई. सर्वश्रेष्ठ फिल्म के खिताब से नवाजी गई बांग्ला फिल्म ‘अंतहीन’ रिश्तों पर आधारित एक ड्रामा है. इसमें शर्मिला टैगोर, राहुल बोस, अपर्णा सेन और राधिका आप्टे की मुख्य भूमिका है. इन पुरस्कारों की घोषणा सूचना एवं प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी की उपस्थिति में फीचर फिल्म श्रेणी की ज्यूरी के अध्यक्ष शाजी एन करुण ने की. ‘रॉक आन’ के लिए अर्जुन रामपाल को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता और इसी फिल्म को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का भी पुरस्कार देने की घोषणा की गई.
वहीं, कंगना राणावत ने ‘फैशन’ में बेहतरीन अदाकारी के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का खिताब अपने नाम कर लिया. सर्वाधिक मनोरंजक फिल्म का पुरस्कार हिंदी फिल्म ‘ओए लक्की लक्की ओए’ को देने की घोषणा की गई. किसी निर्देशक की पहली फिल्म के लिए दिए जाने वाले इंदिरा गांधी पुरस्कार से इस बार नीरज पांडे की ‘अ वेडनेसडे’ को नवाजा गया. बांग्ला फिल्म ‘अंतहीन’ ने भी सर्वश्रेष्ठ फिल्म, सर्वश्रेष्ठ गीतकार, सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका, सर्वश्रेष्ठ सिनेमैटोग्राफी और सर्वश्रेष्ठ गीत समेत चार पुरस्कार अपने नाम किए. वहीं, इस बार हिंदी फिल्मों ने भी इस बार अच्छे खासे पुरस्कार जीते. सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक का खिताब हरिहरन को मराठी फिल्म ‘जोगवा’ के लिए गाए उनके गीत ‘जीव डांगला गुंगला रांगला’ के लिए देने की घोषणा की गई.
सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका का पुरस्कार श्रेया घोषाल ने लगातार दूसरी बार अपनी झोली में डाला. उन्हें बांग्ला फिल्म ‘अंतहीन’ और मराठी फिल्म ‘जोगवा’ के लिए संयुक्त रूप से यह पुरस्कार दिया गया. पिछली बार भी उन्हें ‘जब वी मेट’ के लिए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका का पुरस्कार मिला था. इसके साथ ही श्रेया अब तक चार राष्ट्रीय पुरस्कार अपने नाम कर चुकी हैं.
{mospagebreak}सर्वश्रेष्ठ गीत का पुरस्कार बांग्ला फिल्म ‘अंतहीन’ के लिए अनिंद्य बनर्जी और चंद्रनील भट्टाचार्य के ‘फेरारी मन’ गीत को देने की घोषणा की गई. सर्वश्रेष्ठ संगीतकार का पुरस्कार ‘जोगवा’ के लिए अजय और अतुल को देने की घोषणा की गई. आशुतोष गोवारिकर की हिंदी फिल्म ‘जोधा अकबर’ के लिए चिन्नी प्रकाश एवं रेखा चिन्नी प्रकाश को सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफी और नीता लुल्ला को सर्वश्रेष्ठ कास्ट्यूम डिजाइनर का पुरस्कार देने की घोषणा की गई. सर्वश्रेष्ठ स्पेशल इफेक्ट्स का पुरस्कार ‘मुंबई मेरी जान’ को देने की घोषणा की गई. वहीं नंदिता दास की बतौर निर्देशक पहली फिल्म ‘फिराक’ ने सर्वश्रेष्ठ संपादन और सर्वश्रेष्ठ कला निर्देशन का पुरस्कार अपनी झोली में डाला.
सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार का खिताब हिंदी फिल्म ‘थैंक्स मां’ के लिए सैम पटेल को देने की घोषणा की गई. सर्वश्रेष्ठ स्क्रीनप्ले का पुरस्कार मराठी फिल्म ‘गंधा’ को देने की घोषणा की गई. सर्वश्रेष्ठ ऑडियोग्राफी का पुरस्कार भी इसी फिल्म के नाम रहा. राष्ट्रीय एकता के लिए दिया जाने वाला नर्गिस दत्त पुरस्कार असमिया फिल्म ‘आई कोट नाई’ के खाते में गया. पारिवारिक मूल्यों पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार अंग्रेजी गुजराती फिल्म ‘लिटिल जिजोउ’ के नाम रहा. सर्वश्रेष्ठ एनिमेशन फिल्म का पुरस्कार ‘रोडसाइड रोमियो’ के नाम और सामाजिक मुद्दों पर आधारित सर्वश्रेष्ठ फिल्म का खिताब भी ‘जोगवा’ के नाम रहा.
सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्म का खिताब कन्नड़ फिल्म ‘गुब्बाचिगालू’ के नाम रहा. विशेष ज्यूरी पुरस्कार मलयालम फिल्म ‘बाइस्कोप’ को देने की घोषणा की गई. सर्वश्रेष्ठ सिनेमैटोग्राफी का पुरस्कार बांग्ला फिल्म ‘अंतहीन’ को देने की घोषणा की गई. सर्वश्रेष्ठ मेकअप आर्टिस्ट का पुरस्कार तमिल फिल्म ‘नान कदाउल’ के लिए वी मूर्ति को देने की घोषणा की गई. पर्यावरण संरक्षण पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार उड़िया फिल्म ‘जिंता भूत’ के नाम गया. सर्वश्रेष्ठ अंग्रेजी फीचर फिल्म का पुरस्कार निर्देशक अवंतिका हरि की फिल्म ‘लैंड गोल्ड वुमन’ को देने की घोषणा की गई. सर्वश्रेष्ठ गैर फीचर फिल्म का पुरस्कार ‘एएफएसपीए 1958’ के नाम रहा.
क्षेत्रीय भाषा श्रेणी में रितुपर्णो घोष निर्देशित और बिपाशा बसु, प्रसेनजीत अभिनीत फिल्म ‘सॅब चरित्रो काल्पनिक’ को सर्वश्रेष्ठ बांग्ला फिल्म घोषित किया गया. सर्वश्रेष्ठ असमिया फिल्म का पुरस्कार ‘मन जय’ के नाम रहा. वहीं इस साल आस्कर के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि रही फिल्म ‘हरिश्चंद्राची फैक्टरी’ को सर्वश्रेष्ठ मराठी फिल्म घोषित किया गया. सिनेमा पर लिखी जाने वाली सर्वश्रेष्ठ पुस्तक का पुरस्कार लेखक गणेश अनंतरमण की फिल्म ‘बॉलीवुड मेलोडीज’ को देने की घोषणा की गई. सर्वश्रेष्ठ फिल्म समीक्षक का पुरस्कार अल्ताफ माजिद को देने की घोषणा की गई.
{mospagebreak}56 वें राष्ट्रीय पुरस्कारों के लिए फीचर फिल्म श्रेणी की ज्यूरी की अध्यक्षता जाने माने निर्देशक शाजी एन करुण ने की. फीचर फिल्म श्रेणी के लिए पुरस्कारों का चयन 126 प्रविष्टियों के बीच से किया गया. गैर फीचर फिल्म श्रेणी की ज्यूरी की अध्यक्षता अरूणा राजे पाटिल ने की. गैर फीचर फिल्म श्रेणी के लिए पुरस्कारों का चयन 99 प्रविष्टियों के बीच से किया गया.
सिनेमा के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ लेखन की श्रेणी के ज्यूरी की अध्यक्षता प्रसिद्ध बांग्ला लेखक सुनील गंगोपाध्याय ने की. हालांकि, गंगोपाध्याय आज मौजूद नहीं थे. उनकी जगह ज्यूरी के सदस्य सुधीश पचौरी मौजूद थे. पचौरी ने पुरस्कारों की घोषणा के वक्त यह कहकर सनसनी फैला दी कि उनपर दबाव बनाने के लिए कुछ लोगों की ओर से उनके पास फोन आए थे. हालांकि, जब इस संबंध में सूचना प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने उनसे यह पूछा कि क्या ये फोन उनके पास सरकार की ओर से आए थे तो उन्होंने इससे इंकार किया.