जानिए बंगाल की खाड़ी में लापता हुए एयरफोर्स के AN-32 विमान के बारे में
इससे पहले भी AN-32 विमान हादसे का शिकार हुए हैं. एक हादसा तो अरब सागर के ऊपर हुआ था जब यह विमान पहली बार भारतीय वायुसेना में शामिल हुआ था. साल 2009 में अरुणाचल में भी यह विमान हादसे का शिकार हुआ जब इस विमान में सवार 13 लोग मारे गए थे.
एयरफोर्स का AN-32 बंगाल की खाड़ी के ऊपर से लापता हो गया. इस विमान में कुल 29 लोग सवार थे. लापता विमान की तलाश में एयरफोर्स के अलावा नेवी और कोस्ट गार्ड के विमान जुटे हैं. आइए जानते हैं इस विमान के बारे में:-
1: AN-32 का पूरा नाम Antonov-32 है. नाटो इसे Cline नाम से पुकारता है. 2: 1976 में पहली बार बने इस विमान की कीमत 15 मिलियन डॉलर है. 3: इस मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट में दो इंजन लगे होते हैं. 4: यह विमान 55°C से भी अधिक के तापमान में 'टेक ऑफ' कर सकता है और 14, 800 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भरने में सक्षम है. 5: इस विमान में पायलट, को-पायलट, गनर, नेविगेटर और इंजीनियर सहित 5 क्रू-मेंबर होते हैं. 6: इसमें अधिकतम 50 लोग सवार हो सकते हैं. 7: जीपीएस से लैस इस विमान में मौसम की जानकारी देने वाला रडार और मॉडर्न नेविगेशन सिस्टम होता है. 8: AN-32 भारतीय वायुसेना के मध्यम श्रेणी के विमान सेवा के लिए रीढ़ की हड्डी है. 9: भारतीय वायुसेना के बेड़े में इस वक्त करीब 100 AN-32 विमान हैं जो मुख्य तौर पर ट्रांसपोर्ट के काम में लगे हैं. 10: इस वक्त दुनिया में करीब 240 विमान ऑपरेशनल हैं. इस वक्त भारतीय वायुसेना के अलावा श्रीलंका, अंगोला और यूक्रेन की वायुसेना के पास भी ये विमान हैं. 11: ये विमान रूस/यूक्रेन में बनाए जाते हैं. भारतीय वायुसेना के पास यूक्रेन के अपग्रेडेड AN-32 विमानों की खेप है.
इस विमान के अपग्रेड प्रोग्राम को लेकर दिक्कतें भी आ रही हैं. रूस ने विमान के पार्ट्स देने से इनकार कर दिया है वहीं खराब मौसम की वजह से यूक्रेन में 40 ऐसे विमानों का अपग्रेडेशन
रुका हुआ है. हालांकि कानपुर में HAL में कुछ विमानों के अपग्रेडेशन का काम चल रहा है लेकिन यहां भी मौसम की समस्या आड़े आ रही है.
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इससे पहले भी AN-32 विमान हादसे का शिकार हुए हैं. एक हादसा तो अरब सागर के ऊपर हुआ था जब यह विमान पहली बार भारतीय वायुसेना में शामिल हुआ था. साल 2009 में
अरुणाचल में भी यह विमान हादसे का शिकार हुआ जब इस विमान में सवार 13 लोग मारे गए थे.