आईएनएक्स मीडिया केस में पूर्व गृहमंत्री पी. चिदंबरम पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. कांग्रेस ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई पर निशाना साधा है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि हम उनके (चिदंबरम) साथ खड़े हैं और सच्चाई के लिए लड़ते रहेंगे, चाहे कोई भी परिणाम हो.
An extremely qualified and respected member of the Rajya Sabha, @PChidambaram_IN ji has served our nation with loyalty for decades including as Finance Minister & Home Minister. He unhesitatingly speaks truth to power and exposes the failures of this government,
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— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 21, 2019
प्रियंका गांधी ने कहा, 'राज्यसभा के एक अत्यंत योग्य और सम्मानित सदस्य पी. चिदंबरम ने वित्त मंत्री और गृह मंत्री के रूप में दशकों तक निष्ठा के साथ हमारे देश की सेवा की. वे सरकार की विफलताओं को उजागर करते रहे हैं लेकिन कायरों को सच्चाई पसंद नहीं है, इसलिए उन्हें (चिंदबरम) शर्मनाक तरीके से टारगेट किया जा रहा है.' प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि पार्टी उनके साथ खड़ी रहेगी और सच की लड़ाई लड़ती रहेगी, नतीजे चाहे जो कुछ भी हों.
प्रियंका गांधी के ट्वीट पर बीजेपी नेता अमित मालवीय ने निशाना साधा और कहा, 'पी. चिदंबरम को प्रियंका गांधी का समर्थन नेचुरल है. उन्हें रॉबर्ट वाड्रा का समर्थन करने का भी अनुभव है, जो कई वित्तीय मामलों में गंभीर जांच का सामना कर रहे हैं.'
Priyanka Vadra’s support for P Chidambaram is quite natural. After all she has the experience of standing by Robert Vadra too, who is also facing several investigations for serious economic offences.
— Amit Malviya (@amitmalviya) August 21, 2019
बता दें, दिल्ली हाई कोर्ट ने पी. चिदंबरम की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी है और अब जेल या बेल की गेंद सुप्रीम कोर्ट के पाले में है, जहां बुधवार को सुनवाई होनी है. इस बीच, सीबीआई और ईडी के अधिकारियों की टीमें चिदंबरम के घर पहुंचीं लेकिन वे वहां नहीं मिले. दोनों टीमें उनके घर से वापस लौट गईं.
आईएनएक्स मीडिया मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए चिदंबरम ने दिल्ली हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए याचिका दाखिल की थी लेकिन कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी. जस्टिस सुनील गौड़ ने कहा कि इस मामले में जो सबूत अदालत के समक्ष पेश किए गए हैं, उनसे प्रथमदृष्ट्या साबित होता है कि याचिकाकर्ता इस मामले (आईएनएक्स) का मुख्य साजिशकर्ता है.