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गुवाहाटी में 72 घंटे से लगातार हो रही है बारिश, असम में बाढ़ से तीन की मौत

गुवाहाटी में पिछले 72 घंटे से लगातार बारिश हो रही है और राज्य की तरह ही राजधानी में भी बाढ़ की आशंका पैदा हो गई है. लगातार बारिश के कारण शहर के अधिकांश हिस्सों में जल जमाव हो गया है जिसके कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है जिसके चलते प्रशासन ने सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया है.

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गुवाहाटी, असम
गुवाहाटी, असम

गुवाहाटी में पिछले 72 घंटे से लगातार बारिश हो रही है और राज्य की तरह ही राजधानी में भी बाढ़ की आशंका पैदा हो गई है. लगातार बारिश के कारण शहर के अधिकांश हिस्सों में जल जमाव हो गया है जिसके कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है जिसके चलते प्रशासन ने सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया है. अधिकारियों ने बताया कि बारिश के कारण भारालू नदी का जलस्तर बढ़ गया है जिसके कारण अनिल नगर, तरुण नगर, एनएच-37, जीएस रोड, और जीएनबी रोड पर जल जमाव हो गया है.

जल जमाव वाले सड़कों पर कई वाहन फंसे हुये है जबकि ऑफिस जाने वालों और स्कूली बच्चों को काफी समस्या का सामना करना पड़ा. हालात को देखते हुये, कामरूप (मेट्रोपोलिटेन) जिला प्रशासन ने गुवाहाटी के आसपास के सभी सरकारी एवं निजी शिक्षण संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया है.

जिला प्रशासन ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि छात्रों की सुरक्षित वापसी के लिए संस्थानों को सभी उपाय करने के लिए कहा गया है. विज्ञप्ति में बताया गया है कि प्रशासन ने शहर के भूस्खलन की आशंका वाले पहाड़ी इलाकों में रहने वाले सभी निवासियों से सुरक्षित जगहों पर चले जाने को कहा है. गुवाहाटी में अचानक आयी बाढ़ का जायजा लेते हुये मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने जिला प्रशासन से जिले में संकंट में फंसे लोगों तक पहुंचने के लिए सभी उपाय करने का निर्देश दिया है.

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भारी बारिश के कारण असम में बाढ़
असम में भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है. बाढ़ के कारण तीन लोगों की मौत हो चुकी है और गुवाहाटी के अलावा ग्वालपाड़ा, धुबरी, लखीमपुर और कामरूप (ग्रामीण) जिले के कई गांव जलमग्न हो गए हैं. बचाव कार्यों में सेना, बीएसएफ और एनडीआरएफ जिला प्रशासन की मदद कर रहे हैं. राज्य सरकार के अधिकारियों ने कहा कि धुबरी जिले के हाटसिंगमारी में भूस्खलन के कारण एक बच्चे की मौत हो गई जबकि गुवाहाटी में एक व्यक्ति की करंट लगने से मौत हो गई जबकि भरालू नदी में एक शव तैरता पाया गया.

जिला उपायुक्त प्रीतम सैकिया ने बताया कि ग्वालपाड़ा जिले के कृष्णई, दूधनोई और बोलबोला इलाके में भारी बारिश के कारण 100 गांवों में फंसे 50 हजार से ज्यादा लोगों को बचाने में सेना और राज्य आपदा प्रबंधन बल (एसडीआरएफ) जिला प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं. सैकिया ने कहा कि राजमार्ग संख्या 37 पर बाढ़ का पानी जमा है.

ग्वालपाड़ा जिले में टीन की छतों और कच्चे मकानों के ऊपर तक पानी है जिससे मानव आबादी वाले बड़े इलाके और खेत-खलिहान जल निकाय में बदल गए हैं. डीसी ने कहा कि मेघालय के गारो पहाड़ियों के साथ ही ग्वालपाड़ा में भारी बारिश के कारण जिले में जल प्रलय की स्थिति है. जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि धुबरी जिले के हातसिंगमारी इलाके में भूस्खलन के कारण एक बच्चे की मौत हो गई और उस इलाके के 12 गांवों में 50 हजार लोग प्रभावित हुए हैं.

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