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5- 6 साल के बच्चे जैसा होगा रामलला की मूर्ति का चेहरा? अयोध्या मंदिर निर्माण में शिल्पकारों के बीच कई ऑप्शंस पर चर्चा

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा, "हमें संतों और हिंदू विद्वानों से सुझाव मिले हैं कि 'रामलला' की मूर्ति पांच से छह साल के बच्चे की तरह दिखनी चाहिए. विचार यह है कि केवल एक खड़ी मूर्ति बनाई जानी चाहिए." अधिकांश मूर्तिकारों ने भी इसी तरह के सुझाव दिए हैं.

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फोटो क्रेडिट: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ट्विटर
फोटो क्रेडिट: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ट्विटर

अयोध्या में बन रहे मंदिर को लेकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मूर्तिकारों को यह तय करने के लिए लगाया है कि 'रामलला' की मूर्ति कैसी दिखेगी? साथ ही किस पत्थर से इसे बनाया जाना है? मूर्ति राम मंदिर के लिए है जो यहां राम जन्मभूमि परिसर में निर्माणाधीन है.

'5 से 6 साल के बच्चे की तरह दिखे मूर्ति'

ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा, "हमें संतों और हिंदू विद्वानों से सुझाव मिले हैं कि 'रामलला' की मूर्ति पांच से छह साल के बच्चे की तरह दिखनी चाहिए. विचार यह है कि केवल एक खड़ी मूर्ति बनाई जानी चाहिए." अधिकांश मूर्तिकारों ने भी इसी तरह के सुझाव दिए हैं. उन्होंने कहा कि हर विवरण पर काम किया जा रहा है. राय ने कहा कि कलाकार 'रामलला' की तस्वीरें बना रहे हैं और सर्वश्रेष्ठ के आधार पर मूर्ति बनाई जाएगी और फिर मंदिर में स्थापित की जाएगी. 

'मूर्ति की बारीकियों का रखा जाए ध्यान'

चंपत राय ने आगे बताया कि रामलला की आंख, नाक, कान, चेहरा, पैरों की उंगलियां, धनुष और तीर कितना बड़ा हो, इन बारीकियों को भी देखा जा रहा है. बारीकियों पर चित्रकारों ने कहा है कि पहले वह चित्र बनाकर देंगे. फिर चित्र के आधार पर कई लोग मूर्तियां बनाएंगे. उनमें से फिर निर्णय लिया जाएगा कि कौन सी मूर्ति ज्यादा हृदय को स्पर्श करती है. फिर प्राण प्रतिष्ठा की जाने वाली मूर्ति बनेगी.

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'अस्थायी मंदिर में यह अंतिम नवरात्र'

मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि फिलहाल नवरात्र के लिए परिसर के अस्थायी मंदिर में 'राम लला' की मूर्ति को नौ दिनों तक चलने वाले इस नौ दिवसीय उत्सव के प्रत्येक दिन अलग-अलग रंगों के कपड़े पहनाए जाएंगे. अस्थायी मंदिर में यह अंतिम नवरात्र उत्सव होगा क्योंकि अगले वर्ष से यह नए मंदिर के गर्भगृह में होगा. राम नवमी के दिन 'राम लला' पीले रंग के कपड़े पहनेंगे क्योंकि हिंदू धर्म में पीले रंग को शुभ माना जाता है. इस उत्सव के बाद अगले वर्ष से नए भव्य मंदिर में रामनवमी मनाई जाएगी.

मंदिर में कब लगेगी राम लला की मूर्ति?

अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में भगवान राम की मूर्ति कब लगेगी, इस तारीख का ऐलान भी हाल में कर दिया गया है. मूर्ति निर्माण के लिए गठित ट्रस्ट के एक प्रमुख सदस्य और राम मंदिर के प्रबंधन ने बीते बुधवार को कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनवरी 2024 के तीसरे सप्ताह में भगवान रामलला की मूर्ति को उसके मूल स्थान पर स्थापित करेंगे.

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरि महाराज ने कहा कि मंदिर का निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है. महाराष्ट्र के ठाणे जिले के डोंबिवली में एक कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, 'जनवरी 2024 के तीसरे सप्ताह में, राम लला (बाल भगवान राम) की मूर्ति को उसके मूल स्थान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों स्थापित किया जाएगा.'
 

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