इंद्रप्रस्थ गैस लि. (आईजीएल) ने राष्ट्रीय राजधानी में सीएनजी की कीमतें 5.60 रुपये प्रति किलोग्राम बढ़ाकर 27.50 रुपये प्रति किलोग्राम कर दी हैं.
सरकार द्वारा प्राकृतिक गैस की कीमतों को दोगुना से अधिक किए जाने के मद्देनजर आईजीएल ने यह कदम उठाया है. इस मामले से जुड़े सूत्रों ने बताया कि आईजीएल के निदेशक मंडल ने सरकार के प्राकृतिक गैस के मूल्य को 3.20 रुपये प्रति घन मीटर से बढ़ाकर 7.5 रुपये प्रति घन मीटर करने के फैसले के प्रभाव का आकलन किया और इसका बोझ ग्राहकों पर डालने का फैसला किया.
प्राकृतिक गैस की कीमतों में बढ़ोतरी से आईजीएल और महानगर गैस लि. (एमजीएल) के लिए कच्चे माल की लागत बढ़ गई है. एमजीएल मुंबई में सीएनजी तथा पाइप वाली गैस की आपूर्ति करती है. आईजीएल द्वारा की गई बढ़ोतरी के अनुरूप एमजीएल भी कीमतों में बढ़ोतरी पर विचार कर रही है.
दिल्ली में वाहनों के लिए सीएनजी की आपूर्ति तथा घरों में पाइप के जरिये प्राकृतिक गैस की आपूर्ति करने वाली एकमात्र कंपनी आईजीएल पर सरकार के फैसले से प्रतिदिन 80 लाख रुपये का बोझ पड़ेगा. सूत्र ने कहा कि सरकार द्वारा प्राकृतिक गैस के मूल्य को अधिसूचित किए जाने के बाद सीएनजी के दाम बढ़ेंगे. ‘बहुत हद तक संभावना है कि मूल्य वृद्धि एक जून से प्रभावी होगी’.
आईजीएल फिलहाल सीएनजी 21.90 रुपये प्रति किलोग्राम के मूल्य पर बेच रही है. पाइप्ड प्राकृतिक गैस का मूल्य भी 15.92 रुपये प्रति घन मीटर से बढ़ाकर 16.85 रुपये प्रति घन मीटर किए जाने की संभावना है. इससे इसका मूल्य एलपीजी सिलेंडर के मूल्य के बराबर हो जाएगा. उद्योग सूत्रों का कहना है कि कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद सीएनजी डीजल की तुलना में 28 प्रतिशत तथा पेट्रोल की तुलना में 58 प्रतिशत सस्ती पड़ेगी.
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में अगले माह वृद्धि के आसार हैं. ऐसे में सीएनजी और ज्यादा सस्ती पड़ेगी. इस मूल्यवृद्धि से पहले सीएनजी डीजल की तुलना में 40 से 41 प्रतिशत तथा पेट्रोल की तुलना में 67 प्रतिशत सस्ती पड़ती थी. मूल्यवृद्धि के बावजूद दिल्ली में सीएनजी देश का सबसे सस्ता ईंधन बनी रहेगी.