हृदय रोग और डायबिटीज पीडि़तों के लिए एक अच्छी खबर. आने वाले कुछ हफ्तों में इन बीमारियों की दवाएं करीब 35 फीसदी सस्ती हो जाएंगी.
दवाओं की कीमत पर नियंत्रण रखने वाली राष्ट्रीय फर्माटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी ने इन बीमारियों की दवाओं की कीमत पर नियंत्रण रखने का फैसला लिया है. जिन दवाओं की कीमत कम होंगी उनमें गिल्काजाइड ,गिल्मपराइट, सिचागिलपटिन, वोगलीबोस, एम्लोडीपाइन, टेल्मीसार्टन, हेपारिन और रमीप्रिल दवाएं शामिल हैं.
एनपीपीए ने 108 फॉर्मुलेशन पेक्स के 50 एंटी डायबिटीक और दिल के रोग की दवाओं के दाम फिक्स किए हैं. एनपीपीए ने उन दवाओं के दाम फिक्स किए हैं जो एनएलईएम की लिस्ट में नहीं आते हैं. डीपीसीओ के तहत एनएलईएम 652 दवाओं के दाम सरकार द्वारा तय किए थे. एनएलईम उन दवाओं को कहा जाता है जो काफी जरूरी होती हैं.
इस फैसले के बाद जिन दवाओं की कीमत पर नियंत्रण किया जाएगा, उनमें दिल संबंधी 58 फीसदी और डायबिटीज संबंधी 21 फीसदी दवाओं की कीमतों पर अथॉरिटी का नियंत्रण हो जाएगा.