टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा को तेलंगाना का ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने पर बीजेपी भड़क उठी है. प्रदेश बीजेपी के नेता के. लक्ष्मण ने कहा है कि सानिया का तेलंगाना से कोई लेना-देना नहीं है और अब वह पाकिस्तान की बहू हैं.
लक्ष्मण ने आरोप लगाया कि तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने ग्रेटर हैदराबाद नगरपालिका चुनाव से पहले अल्पसंख्यक वोटरों को लुभाने के लिए यह फैसला लिया है.
बीजेपी नेता ने कहा कि सानिया का जन्म महाराष्ट्र में हुआ और उसके बाद उनका परिवार 1986 में हैदराबाद आया. इसलिए उन्हें स्थानीय नहीं कहा जा सकता है. लक्ष्मण ने यह भी कहा कि सानिया पाकिस्तान की बहू हैं, उन्होंने पाक क्रिकेट खिलाड़ी शोएब मलिक से 2010 में शादी की थी. बीजेपी नेता ने कहा कि सानिया ने कभी भी अलग तेलंगाना के आंदोलन में हिस्सा नहीं लिया.
लक्ष्मण ने तेलंगाना सरकार की ओर से सानिया को एक करोड़ रुपये देने पर भी हैरानी जताई. उन्होंने कहा कि ऐसा करके सरकार दूसरे प्रतिभावान खिलाड़ियों की अनदेखी कर रही है. उन्होंने कहा कि 13 साल की उम्र में 25 मई 2014 को माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली मालावत पूर्णा को केवल 25 लाख दिए गए.
बीजेपी के इस रवैये की जम्मू-कश्मीर के कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज ने आलोचना की है. बीजेपी और RSS को सांप्रदायिक बताते हुए उन्होंने कहा, 'सानिया ने अपनी राष्ट्रीयता नहीं बदली है, उन्होंने भारत को गर्व करने के मौके दिए हैं और उन्हें एंबेसडर बनने का पूरा अधिकार है.'
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही सानिया मिर्जा को तेलंगाना का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है. मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने अपॉइंटमेंट लेटर और एक करोड़ रुपये का चेक सानिया को देते हुए कहा था, 'तेलंगाना को सानिया पर गर्व है, जो खालिस हैदराबादी हैं. वह इंटरनेशनल टेनिस में पांचवें नंबर पर हैं और हम दुआ करते हैं कि वह नंबर वन बनें.'