किसी पिता के लिए सबसे बड़ा दुख होता है अपने जवान बेटे की अर्थी को कंधा देना. यह दुख तब और बड़ा हो जाता है जब किसी के बेटे की हत्या हो जाए और आरोपी खुलेआम घूमते रहे. ऐसा ही वाकया हुआ है राजस्थान के एक बुजुर्ग पिता के साथ. जो अपने बेटे की हत्या के बाद इंसाफ के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. इस बुजुर्ग पिता ने इंसाफ के लिए 350 किलोमीटर पैदल यात्रा तय की और जयपुर पहुंच गए हैं. सोमवार को बुजुर्ग पिता जयपुर में विधानसभा के सामने धरना प्रर्दशन पर बैठेंगे.
रामस्वरूप नाम के 81 वर्षीय बुजुर्ग पिता राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के नोहर तहसील के रहने वाले हैं. 21 महीने पहले उनके 41 वर्षीय पुत्र पवन व्यास की नोहर के जसाना गांव में अटल सेवा केंद्र में निर्मम हत्या कर दी गई थी. लेकिन हत्यारे का आज तक सुराग नहीं लग पाया है. रामस्वरूप ने अपने इकलौते पुत्र को खोने के बाद स्थानीय पुलिस से लेकर जयपुर में गृह मंत्री तक गुहार लगाई थी. लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. जिसके बाद नोहर में भी 141 दिन तक लगातार पुलिस थाने के बाहर धरना दिया. सरकार ने दबाव में आकर जांच बदल दी. जांच एसओजी को दे दी लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला.
बुजुर्ग पिता के मुताबिक हत्यारे का कोई सुराग पुलिस के पास नहीं है. मजबूरन पीड़ित पिता ने स्थानीय नागरिकों का 15 सदस्य दल लेकर नोहर से जयपुर के लिए पैदल यात्रा की और रविवार को जयपुर पहुंचे. विप्र फाउंडेशन सहित कई संगठनों के सहयोग से आज सोमवार को ये विधानसभा का घेराव करेंगे और सरकार से आरोपी की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग करेंगे.