जयपुर कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच ने ड्रग्स पर शिकंजा कसने के लिए शुरू किए ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत अब तक 500 से ज्यादा मुदकमे दर्ज किए हैं. इसमें 635 से ज्यादा मानक पदार्थ तस्करों को गिरफ्तार किया गया है.
NDPS कानून के तहत दर्ज हुए मामले
जयपुर में पहली बार ऐसा हुआ है जब इतनी संख्या में NDPS कानून के तहत मुकदमे दर्ज हुए हैं. कमिश्नरेट ने 23 नवंबर 2019 को ऑपरेशन क्लीन स्वीप की शुरुआत की थी. तब से अब तक इसके तहत 500 से अधिक मुकदमे दर्ज हो चुक हैं. ऑपरेशन के दौरान क्राइम ब्रांच ने गांजा, अफीम, चरस, स्मैक, डोडा पोस्ट, कोकीन, एमडीएम, ब्राउन शुगर, एलएसडी ड्रग्स, कोडेक्स, फास्फेट सीरप समेत अन्य मादक पदार्थ जब्त किए हैं.
विदेशी नागरिक भी दबोचे गए
ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत क्राइम ब्रांच की टीम ने 2 विदेशी नागरिकों को भी ड्रग्स के साथ दबोचा है. गिरफ्तार हुए 635 लोगों में 550 पुरुष और 85 महिलाएं हैं. पुलिस की नजर ऐसे ड्रग तस्करों पर है जो जेल से बाहर आए हुए हैं.
कितना ड्रग्स मिला
ऑपरेशन क्लीन स्वीप अभियान के तहत क्राइम ब्रांच अब तक 36 क्विंटल गांजा, 3 क्विंटल डोडा पोस्ट, 17 किलो अफीम , 3 किलो चरस, 2 किलो स्मैक, 17 ग्राम ब्राउन शुगर, 27 ग्राम कोकीन, एमडीएमए 40 मिलीग्राम, एलएसडी 10 किलो भांग, ऑल मेडिसिन के 2,612, कोडीन फास्फेट के 189 सीरप यानी 25 किलो मात्रा जब्त की है.
दूसरे राज्यों से जुड़े हैं तस्कर
पुलिस अधिकारी अजय पाल लांबा के मुताबिक इनमें से कई तस्कर पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, पूर्वोत्तर राज्यों और नेपाल से ड्रग्स लाकर जयपुर और राज्य के अन्य जिलों में सप्लाई करते हैं. राजस्थान में इन तस्करों ने चित्तौड़गढ़, झालावाड़, प्रतापगढ़, मंदसौर, नीमच, मालदा इत्यादि का अपना मुख्य गढ़ बनाया हुआ है.