पाकिस्तान के खिलाफ भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद दोनों देशों के बीच पैदा हुए सैन्य तनाव के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को राज्यवासियों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से बचने की अपील की है.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक मुख्यमंत्री ने कैबिनेट बैठक के बाद कहा कि राज्य में किसी भी प्रकार की घबराहट की जरूरत नहीं है और सरकार हालात पर नजर बनाए हुए है. मुख्यमंत्री मान ने कहा, 'पेट्रोल, डीजल या अन्य आवश्यक वस्तुओं की कोई कमी नहीं है. अफवाहों पर ध्यान न दें. लोग घबराकर अनावश्यक रूप से जरूरी सामान एकत्रित न करें. उन्होंने बताया कि सीमा जिलों में कालाबाजारी और जमाखोरी को रोकने के लिए मंत्रियों की तैनाती की जाएगी.
हालांकि, अमृतसर, पठानकोट और अन्य सीमा शहरों में गुरुवार रात के बाद से ही लोगों में घबराहट देखी जा रही है और कई लोग दालें, तेल, आटा, चीनी और नमक जैसे जरूरी सामानों को थोक में खरीद रहे हैं. पंजाब सरकार ने राज्य में अलर्ट घोषित करते हुए सभी सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं.
पुलिस विभाग पहले ही छुट्टियों को रद्द कर चुका है. गुरुवार शाम को पठानकोट, मोहाली, जालंधर, अमृतसर और होशियारपुर में ब्लैकआउट भी लागू किया गया था. यह कदम उस सैन्य कार्रवाई के बाद उठाया गया है, जब भारतीय सेना ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए.
मुख्यमंत्री मान ने यह भी घोषणा की कि पंजाब के सीमा क्षेत्रों में एंटी-ड्रोन सिस्टम की तैनाती की जाएगी. उन्होंने कहा कि यह निर्णय ड्रोन के माध्यम से पाकिस्तान से हथियार और नशीले पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए लिया गया है.
सीएम मान ने दोहराया कि राज्य सरकार पूरी तरह सतर्क है और हर स्थिति से निपटने में सक्षम है. लोगों से शांति बनाए रखने और सरकारी निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है.