सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान पूर्णम साहू की पत्नी राजानी और उनका बेटा सोमवार को पश्चिम बंगाल के हुगली जिले से चंडीगढ़ एयरपोर्ट पहुंचे. पूर्णम साहू को पाकिस्तान रेंजर्स ने 23 अप्रैल को पंजाब के फिरोजपुर जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने के बाद पकड़ लिया था. राजानी फ़िलहाल गर्भवती हैं और अपने रिश्तेदारों के साथ एयरपोर्ट उतरकर फिरोजपुर जा रही हैं, ताकि वरिष्ठ बीएसएफ अधिकारियों से मिलकर अपने पति को वापस लाने के प्रयासों की जानकारी ले सकें.
गलती से किया बॉर्डर पार
बीएसएफ अधिकारियों के मुताबिक, साहू किसानों के एक ग्रुप के साथ बॉर्डर के पास जा रहे थे. इस दौरान आराम करने के लिए एक पेड़ के नीचे बैठे और गलती से पाकिस्तानी सीमा में चले गए. वह बीएसएफ की 182वीं बटालियन के साथ फिरोजपुर बॉर्डर पर तैनात थे.
घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के सीमा बलों के बीच साहू की रिहाई के लिए फ्लैग मीटिंग हुई, लेकिन अब तक परिवार को कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय से मिलने की बात
राजानी ने कहा कि अगर बीएसएफ से संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो वह फिरोजपुर से दिल्ली जाएंगी और केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों से मिलकर मदद मांगेंगी. उन्होंने अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा, 'बीएसएफ वाले बस कह रहे हैं कि चिंता मत करो, लेकिन कोई साफ जानकारी नहीं दे रहे. मैं बहुत परेशान हूं, इसलिए जा रही हूं.'
पश्चिम बंगाल के हुगली के रहने वाला है परिवार
साहू पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के ऋषड़ा क्षेत्र के रहने वाले हैं. उनके माता-पिता ने भी केंद्र सरकार से अपील की है कि वे उनके बेटे को जल्द से जल्द वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास करें.
राजानी ने पहले अमृतसर मेल ट्रेन से फिरोजपुर जाने का सोचा था, लेकिन टिकट कंफर्म नहीं हो पाया, जिसके बाद उन्होंने हवाई यात्रा का फैसला किया. अगर आप चाहें तो मैं इसका एक छोटा सोशल मीडिया पोस्ट फॉर्मेट भी बना सकता हूं. चाहेंगे?