प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लालकिले पर तिरंगा फहराया और देश को संबोधित किया. पीएम मोदी ने लालकिले की प्राचीर से अपने संबोधन में कहा कि आजादी के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं. आज आजादी के अमृत महोत्सव के इस पर्व पर देश अपने सभी स्वतंत्रतासेनानियों को याद कर रहा है. इस मौके पर उन्होंने एक बार फिर से देश के विभाजन की पीड़ा को दोहराया.
उन्होंने कहा कि यह पिछली शताब्दी की सबसे पीड़ादायी घटना थी. हमलोगों ने 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया है. जिससे कि विभाजन के समय जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई, उन्हें याद कर उचित सम्मान दिया जा सके.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को घोषणा की थी कि 14 अगस्त को लोगों के संघर्षों एवं बलिदान की याद में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाएगा और कहा कि बंटवारे के दर्द को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता. मोदी ने कहा कि विभाजन के कारण हुई हिंसा और नासमझी में की गई नफरत से लाखों लोग विस्थापित हो गए और कइयों ने जान गंवा दी.
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प्रधानमंत्री ने कहा कि विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस, “सामाजिक विभाजन, वैमनस्यता के जहर को दूर करने और एकता, सामाजिक सद्भाव और मानव सशक्तीकरण की भावना को और मजबूत करने की आवश्यकता की याद दिलाए.”
पाकिस्तान को 1947 में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन द्वारा भारत के विभाजन के बाद एक मुस्लिम देश के रूप में तराशा गया था. लाखों लोग विस्थापित हुए थे तथा बड़े पैमाने पर दंगे भड़कने के कारण कई लाख लोगों की जान चली गई थी.