कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पीएम नरेंद्र मोदी के भाषण की तारीफ की है तो सीपीएम ने कांग्रेस को घेर लिया. प्रधानमंत्री मोदी के भाषण का एक अंश शेयर करते हुए सीपीआईएम ने इस पर कांग्रेस और मुस्लिम लीग की प्रतिक्रिया जाननी चाही है. इस भाषण में उन्होंने कहा था कि "आज की मुस्लिम लीग-माओवादी कांग्रेस देश की एकता के लिए एक बड़ा खतरा बन रही है."
केरल में कांग्रेस की मुख्य गठबंधन सहयोगी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग है. कांग्रेस की कई सीटें IUML के वोटों पर निर्भर हैं. केरल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.
केरल के शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने कहा कि कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने प्रधानमंत्री के भाषण की तारीफ की है. उन्होंने कांग्रेस से जवाब मांगते हुए लिखा, "अब कांग्रेस और मुस्लिम लीग की बारी है."
सीपीएम सांसद जॉन ब्रिट्स ने भी इस मामले में प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने सबसे पहले पीएम मोदी का भाषण शेयर किया.
पीएम मोदी ने क्या कहा था?
पीएम मोदी ने छठे रामनाथ गोयनका पुरस्कार समारोह को संबोधित करते हुए कहा था, "10-15 साल पहले कांग्रेस में घुसपैठ करने वाले अर्बन नक्सल और माओवादी ताकतों ने अब कांग्रेस को मुस्लिम लीग-माओवादी कांग्रेस (एमएमसी) में बदल दिया है. और आज मैं पूरी ज़िम्मेदारी के साथ कहता हूं कि इस मुस्लिम लीग-माओवादी कांग्रेस ने अपने स्वार्थ के लिए राष्ट्रीय हित को तिलांजलि दे दी है."
शशि थरूर ने पीएम के भाषण की तारीफ की
शशि थरूर ने पीएम मोदी के इस भाषण की तारीफ करते हुए कहा कि, "प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारत अब सिर्फ़ एक उभरता हुआ बाजार नहीं, बल्कि दुनिया के लिए एक 'उभरता हुआ मॉडल' है, और उन्होंने इसके आर्थिक लचीलेपन का ज़िक्र किया. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन पर हमेशा "इलेक्शन मोड" में रहने का आरोप लगाया जाता रहा है, लेकिन असल में वे लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए "इमोशनल मोड" में थे."
थरूर ने कहा कि, 'भाषण का एक अहम हिस्सा मैकाले की 200 साल पुरानी गुलाम मानसिकता की विरासत को पलटने पर केंद्रित था. प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की विरासत, भाषाओं और ज्ञान प्रणालियों में गौरव की पुनर्स्थापना के लिए 10 साल के राष्ट्रीय मिशन की अपील की. काश उन्होंने यह भी स्वीकार किया होता कि कैसे रामनाथ गोयनका ने भारतीय राष्ट्रवाद की आवाज उठाने के लिए अंग्रेजी का इस्तेमाल किया था'.
कांग्रेस सांसद ने कहा कि कुल मिलाकर प्रधानमंत्री का संबोधन एक आर्थिक दृष्टिकोण और एक सांस्कृतिक आह्वान दोनों ही था, जिसने राष्ट्र को प्रगति के लिए तत्पर रहने का आह्वान किया. सर्दी-खांसी से जूझने के बावजूद दर्शकों के बीच उपस्थित रहकर मुझे खुशी हुई.
सीपीएम ने मांगा जवाब
सीपीएम सांसद जॉन ब्रिट्स ने कहा कि अब थरूर नहीं, बल्कि कांग्रेस पार्टी को हमें जवाब देना चाहिए, क्योंकि उन्होंने ही केरल में हम वामपंथियों पर "सौदा" करने का आरोप लगाया था, जब हमें केंद्र से पैसा लेने के लिए पीएम श्री पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया था. कहने की जरूरत नहीं कि सभी कांग्रेस सरकारें पीएम श्री योजना का हिस्सा हैं. क्या मुझे यह कहना चाहिए कि कांग्रेस की चुप्पी केंद्र के साथ एक "सौदा" है?