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बजट सत्र का दूसरा चरण आज से, पेट्रोल-डीजल पर चर्चा के लिए कांग्रेस ला सकती है स्थगन प्रस्ताव

पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर विपक्षी दल लगातार केंद्र की मोदी सरकार को घेर रहे हैं. चूंकि अब संसद में बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू होने जा रहा है ऐसे में कांग्रेस, केंद्र की मोदी सरकार पर दबाव बनाने के लिए स्थगन प्रस्ताव लाने पर विचार कर सकती है

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देश की संसद (फाइल फोटो)
देश की संसद (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • बजट सत्र के दूसरे चरण की हो रही है शुरुआत
  • चर्चा कराने के लिए कांग्रेस ला सकती है स्थगन प्रस्ताव

मोदी सरकार द्वारा संसद में पहले ही बजट पास किया जा चुका है, सोमवार से बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत होने जा रही है. इसी बीच संभावनाएं जताई जा रही हैं कि देशभर में बढ़ रही महंगाई और पेट्रोल-डीजल की कीमतों के विरोध में, और उन पर सदन में चर्चा कराने के लिए कांग्रेस संसद के दोनों सदनों (राज्यसभा और लोकसभा) में स्थगन प्रस्ताव (Adjournment Motion) का नोटिस ला सकती है.

पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर विपक्षी दल लगातार केंद्र की मोदी सरकार को घेर रहे हैं. चूंकि अब संसद में बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू होने जा रहा है ऐसे में कांग्रेस, केंद्र की मोदी सरकार पर दबाव बनाने के लिए स्थगन प्रस्ताव लाने पर विचार कर सकती है. जिससे महंगाई पर संसद के दोनों सदनों में चर्चा हो. 

स्थगन प्रस्ताव को सादा शब्दों में समझें तो ये प्रस्ताव सदन का ध्यान किसी अत्यंत महत्त्व के विषय की ओर खींचने के लिए लाया जाता है. कोई ऐसा विषय जो अत्यंत लोकमहत्त्व का विषय हो और जिस पर देरी करने के नुकसान हो सकते हों, ऐसे विषय पर चर्चा करने के लिए सदन में स्थगन प्रस्ताव लाया जाता है.

इसे सदन के किसी भी सदस्य द्वारा लाया जा सकता है. जैसा कि इसके नाम से ही पता है इस प्रस्ताव की स्वीकृति के बाद सभा के बाकी काम रोक दिए जाते हैं और ताकि उस समय के सबसे जरूरी विषय पर चर्चा की जा सके. एक तरह से देखें तो इस प्रस्ताव में इतनी शक्ति होती है कि सदन का सामान्य काम भी रोका जा सकता है.

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