राहुल गांधी की सांसदी छिनने के खिलाफ कांग्रेस देश के 35 प्रमुख शहरों में एक साथ प्रेस कांफ्रेंस करने जा रही है. पार्टी ने इसे डेमोक्रेसी डिसक्वालीफाइड प्रेस कांफ्रेंस का नाम दिया है. PC मंगलवार और बुधवार को दोनों दिन की जाएगी. बता दें कि राहुल की सांसदी जाने के बाद कांग्रेस पार्टी में जबरदस्त रोष है. कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं.
इन शहरों में होगी प्रेस कांफ्रेंस
वाराणसी, लखनऊ, मुंबई, नागपुर, जयपुर, उदयपुर, जोधपुर, कोटा, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, पटना, मुजफ्फरपुर, रायपुर, बिलासपुर, बेंगलुरु, हुबली, कोलकाता, अहमदाबाद, सूरत, रांची, पणजी, श्रीनगर, जम्मू, हैदराबाद, चंडीगढ़ (2 पीसी), चेन्नई, देहरादून, भुवनेश्वर, शिमला, तिरुवनंतपुरम, विजयवाड़ा, शिलोंग.
क्यों गई राहुल की सांसदी?
दरअसल, राहुल गांधी ने कर्नाटक के कोलार में 13 अप्रैल 2019 को चुनावी रैली में कहा था कि नीरव मोदी, ललित मोदी, नरेंद्र मोदी का सरनेम कॉमन क्यों है? सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है? राहुल के इस बयान को लेकर बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने उनके खिलाफ धारा 499, 500 के तहत आपराधिक मानहानि का केस दर्ज कराया था.
रैली में दिया था संबोधन
अपनी शिकायत में बीजेपी विधायक ने आरोप लगाया था कि राहुल ने 2019 में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पूरे मोदी समुदाय को कथित रूप से यह कहकर बदनाम किया कि सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है? पूर्णेश भूपेंद्र पटेल सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री थे. वे दिसंबर में सूरत से फिर विधायक चुने गए.
ये सांसद भी दे सकते हैं इस्तीफा
राहुल गांधी की सांसदी जाने के बाद कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने भी इस्तीफा देने के संकेत दिए थे. उन्होंने कहा था कि जब राहुल गांधी संसद में नहीं रहेंगे तो फिर वह रहकर क्या करेंगे. उन्होंने कहा था कि लोकसभा अध्यक्ष ने उनके नेता राहुल गांधी को संसद से अयोग्य घोषित कर दिया है. यह घटनाक्रम देखने के बाद अब वह भी संसद में नहीं बने रहना चाहते हैं.
मणिकम ने आगे कहा था कि राहुल गांधी ने उन्हें 2009 में लोकसभा में पहुंचने का मौका दिया. लेकिन अब वह खुद वहां (संसद में) पर नहीं होंगे. उन्होंने कहा था,'जब राहुल गांधी ही संसद में नहीं होंगे तो फिर मैं रहकर क्या करूंगा. उनके साथ हुए अन्याय से मैं आहत हूं'