अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर 21 जून 2015 को दुनियाभर में योग की छटा दिखी. राजपथ पर पीएम नरेंद्र मोदी के साथ 35 हजार लोगों ने एक साथ योगाभ्यास कर कीर्तिमान स्थापित किया तो ऑस्ट्रेलिया से चीन तक योग दिवस को साकार किया गया, लेकिन इन सब के बीच एक तस्वीर सियाचिन ग्लेशियर से आई. इस तस्वीर में भारतीय सेना के जवान योग की मुद्रा में दिखाई दे रहे हैं, जो निश्चित तौर पर योग के प्रति हर किसी की प्रतिबद्धता से कहीं अधिक है.
सियाचिन की तरह ही एक तस्वीर कारगिल के द्रास सेक्टर से आई. दुर्गम परिस्थितियों में भी ध्येय, लक्ष्य और वीरता भारतीय सेना को परिभाषित करती है.
नीचे नीला पानी और ऊपर नीला आसमान. इंडियन नेवी के ये जवान तड़के आईएनएस रणवीर पर योगाभ्यास करते हुए.
अनुशासन और एकाग्रता. ध्यान और स्वास्थ्य. भारतीय सेना ने योग दिवस पर दुनिया को संदेश दिया है.
ऊंचाई ऐसी कि दिल की धड़कन ठहर जाए. ठंड ऐसी की हड्डियां जवाब दे दे, लेकिन लद्दाख में सेना के जवानों के हौंसलों के आगे सब पस्त.
इंडियन नेवी की यह तस्वीर भी डेक पर सैनिकों के बीच योगाभ्यास और अनुशासन को दिखाती है.
दुनियाभर में जहां योग दिवस को लेकर उत्साह देखा गया, वहीं ये तस्वीर बयां करती हैं कि कैसे देश और दुनिया से दूर घर परिवार से अलग इंडियन नेवी के ये जवान देश को आगे बढ़ाने के लिए हर मुहिम के बराबर हिस्सेदार हैं.
इंडियन नेवी के सतपुड़ा डेक पर योगासन करते जवान.
नौसेना के जवानों ने इस दौरान सूर्य नमस्कार भी किया.
आईएनएस कमोरटा पर योगाभ्यास करते इंडियन नेवी के जवान.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि योग दिवस ने दुनिया को एक सूत्र में पिरोने का काम किया है.