ओरछा को भले ही बुंदेलखंड के अयोध्या कहा जाता हो पर यहां की शांति और सद्भाव यह बताती है कि रामलला, अयोध्या में नहीं ओरछा में विराजते हैं. यहां सुबह होती है राम राम से और शाम होती है रामराजा की जांच के साथ, जन्म राम से मरण राम से जीवन का तारन राम से.
भगवान रामराजा सरकार जब रोजाना ओरछा से अयोध्या प्रतीकात्मक दीपक के स्वरूप में पाताली हनुमान मंदिर से जाते हैं तो भक्त जयकारों के साथ अपने राजा को विदा करते हैं. उनके स्वागत में मन्दिर से ही पुष्प बिछा दिए जाते हैं.;