पूरी दुनिया में कोरोना वैक्सीन का जोर है. मुहिम चल पड़ी है टीकाकरण की. उन सबके बीच कोरोना के एक और घातक लहर की आशंका से ब्रिटेन का पसीना छूटने लगा है. अभी मार्च 2020 से शुरू हुई संक्रमण की रफ्तार थमी भी नहीं थी कि कोरोना के नए स्ट्रेन ने टेंशन में डाल दिया. अब वही स्ट्रेन ब्रिटेन की नींद उड़ा चुका है. हालात इतने गंभीर हो गए हैं कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को दोबारा ल़ॉकडाउन का एलान करना पड़ा है. एक ऐसा ही एलान मार्च 2020 में हुआ था. जून तक पूरे ब्रिटेन में लॉकडाउन था। जरूरी सेवाओं को छोड़कर लोगों को घरों से निकलने की मनाही थी. उद्योग-कारोबार सब ठप थे. ठीक वैसा ही फैसला फिर लेना पड़ा है. ऐसी पाबंदी लॉकडाउन के पहले फेज में ही ब्रिटेन ने देखा था. लेकिन तब से हालात काफी बदल चुके हैं. पहले कोरोना के केस कम आ रहे थे, खौफ ज्यादा था. अब वो डर नए वायरस का है. ब्रिटेन में कोरोना के केस में तेजी से इजाफा हुआ है. अगस्त से लेकर अब तक के आंकड़े इस बात का संकेत दे रहे हैं कि ब्रिटेन की मुसीबत बढ़ती जा रही है.