गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि पिछले 75 वर्षों में भारत की आत्मा फिर से जागी है और देश विश्व समुदाय में अपना उचित स्थान प्राप्त कर रहा है. राष्ट्रपति ने स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती का उल्लेख किया. उन्होंने संविधान सभा में महिलाओं के योगदान को भी रेखांकित किया और कहा कि भारत के लोकतांत्रिक मूल्य हमारी सभ्यता का अभिन्न अंग रहे हैं.